रांची. यूपीएससी की सिविल सेवा (पीटी) परीक्षा रविवार को रांची के विभिन्न केंद्रों पर हुई. परीक्षा देकर बाहर निकले ज्यादातर परीक्षार्थियों में आत्मविश्वास दिखा. वहीं, कुछ मायूस भी दिखे. परीक्षार्थियों ने कहा कि सवाल ठीक थे, लेकिन इतिहास में कुछ सवाल घुमाकर पूछे गये थे. मध्यकालीन भारत से सवाल ज्यादा थे. पॉलिटी और करेंट अफेयर्स में कुछ सवाल ताजे घटनाक्रम पर आधारित थे. कुछ परीक्षार्थी घुमावदार सवालों में ही उलझ कर रह गये. इस बार सवालों का पैटर्न बदला हुआ दिखा.
48 परीक्षा केंद्रों पर हुई परीक्षा
यूपीएससी(पीटी) की परीक्षा रविवार को राजधानी रांची के कुल 48 केंद्रों पर शांतिपूर्वक संपन्न हो गयी. परीक्षा दो शिफ्ट में ली गयी. पहली शिफ्ट 9.30 बजे से 12.30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक ली गयी. इसमें कुल 21800 परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड जारी किये गये थे. लेकिन परीक्षा में 12862 यानी 59 फीसदी परीक्षार्थी शामिल हुए.
कड़ी थी सुरक्षा व्यवस्था
सभी परीक्षा केंद्रों पर एक-एक स्थानीय निरीक्षी पदाधिकारी, एक-एक सहायक पर्यवेक्षक, एक-एक दंडाधिकारी और पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. परीक्षा केंद्र के अंदर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने पर पाबंदी थी. इसे सुनिश्चित करने के लिए महिला और पुरुष पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था.
इन्हें बनाया गया था ऑब्जर्वर
ग्रामीण विकास सचिव के श्रीनिवासन, पर्यटन व कला संस्कृति सचिव मनोज कुमार और स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह को एग्जामिनेशन ऑब्जर्वर बनाया गया था. सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास 200 मीटर की दूरी तक बीएनएसएस की धारा 163 लागू करने का निर्देश दिया गया था.
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