प्रतिनिधि, इटकी.
इटकी सीओ अनीस की अध्यक्षता में बुधवार को पतराचौली टोल प्लाजा में हुए दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के साथ बैठक हुई. जिसमें पीड़ित परिवार के लोगों का कहना था कि एनएचआइ उन्हें मुआवजा के नाम पर गुमराह कर रहा है. दुर्घटना के बाद नगड़ी थाना में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, एसडीओ रांची उत्कर्ष कुमार, एनएचआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अकता कुमारी ने मृतकों को 15-15 लाख और घायलों को पांच-पांच लाख रुपये दो से तीन दिनों के अन्दर भुगतान करने की बात कही थी. लेकिन दुर्घटना के करीब पांच महीना बीत जाने के बाद भी मुआवजा राशि का पूर्ण भुगतान नहीं किया गया है. जब तक मुआवजा का भुगतान नहीं मिल जाता, टोल नाके में टैक्स उगाही नहीं करने देंगे. सीओ ने एनएचआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए समझौते में निर्धारित मुआवजा का बकाया राशि भुगतान के संबंध में सवाल पूछा. प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने समझौते को दबाव में किये जाने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया. इसके बाद पीड़ित परिवार व ग्रामीणों ने टोल नाका को नहीं चलने देने पर अड़ गये. ज्ञात हो कि एनएचआइ ने पीड़ित परिवार को बतौर मुआवजा 20 लाख रुपये दिये हैं. इनमें मृतक दशमी उराइंन व बंदी उराइंन को डेढ़-डेढ़ लाख और किशुन कुमार को छह लाख, घायल चेपा लकड़ा 2.5 लाख, बसंती उरांव 1.5 लाख, आरती केरकेट्टा पांच लाख व मंगरा उरांव को दो लाख रुपये भुगतान किया गया है. ज्ञात हो कि चार फरवरी 2025 को पतराचौली स्थित टोल प्लाजा में लगा स्ट्रीट लाइट का हाई मास्ट टाॅवर सवारी ऑटो पर गिर गया था. जिसमें दशमी व बंदी उराइंन की मौके पर ही मौत हो गयी थी. जबकि चालक किशन कुमार का इलाज के क्रम में मौत हुई थी. चेपा लकड़ा, बसंती उरांव, आरती केरकेट्टा व मंगरा उरांव गंभीर रूप से घायल हो गये थे.टोल प्लाजा दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के साथ सीओ की बैठकB
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