प्रतिनिधि, पिपरवार.
रैयत विस्थापित मोर्चा ने सात सूत्री मांगों को लेकर 30 जून से राजधर साइडिंग में अनिश्चितकालीन बंद की चेतावनी दी है. रैविमो ने प्रबंधन को दिये ज्ञापन में साइडिंग में सभी तरह के काम रैयत व विस्थापन प्रभावित लोगों को देने, सैंपलिंग कार्य में प्रभावित परिवारों की बहाली, साइडिंग को प्रदूषण मुक्त करने, राजधर रेलवे फाटक से सीआइएसएफ बैरक तक पक्की सड़क का निर्माण कराने, राजधर साइडिंग के रैयतों की लंबित नौकरी, मुआवजा, पुनर्वास व एक करोड़ तक की निविदा विस्थापितों को देने की मांग की गयी है. रैविमो के क्षेत्रीय सचिव रामचंद्र उरांव ने ज्ञापन में प्रबंधन को बताया है कि वर्ष 2017 में राजधर साइडिंग की स्थापना हुई थी. उस वक्त सीसीएल ने विस्थापितों को रोजगार सहित सभी सुविधाएं मुहैया कराने की बात की थी. आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी सीसीएल द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की गयी है. विस्थापित अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. जबकि इस साइडिंग से सीसीएल के साथ प्राइवेट कंपनियां करोड़ों कमा कर मालामाल हो रही हैं. विस्थापित प्रदूषण की मार झेलने को विवश हैं. प्रदूषण के कारण उन्हें कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है