रांची. हेहल स्थित केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान में महिला निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए चार दिवसीय ”सशक्त पंचायत नेत्री अभियान” शुरू हुआ है. इसका उद्देश्य महिला प्रतिनिधियों को नेतृत्व, शासन और सतत विकास के क्षेत्रों में सशक्त बनाना है. ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने इसका उदघाटन किया. उन्होंने इसे महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने कहा कि अब महिलाएं केवल जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि बदलाव की अग्रदूत बन रही हैं.
बदलाव का नेतृत्व नामक पुस्तक का विमोचन
मंत्री ने कहा कि यह पहल महिला नेतृत्व को केवल सम्मान ही नहीं देती, बल्कि उन्हें गांव के विकास की धुरी बनाने की दिशा में भी प्रेरित करती है. प्रशिक्षण महिलाओं को उनकी भूमिका में और अधिक दक्ष बनाने में सहायक साबित होगा. कार्यक्रम के दौरान बदलाव का नेतृत्व नाम की पुस्तक का भी विमोचन किया गया. मालूम हो कि महिला जनप्रतिनिधियों को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार सशक्त पंचायत नेत्री अभियान चला रही है. पंचायतों को महिला फ्रेंडली बनाने का लक्ष्य रख कर मुखिया पति जैसी प्रथाओं पर रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही ग्राम सभाओं को मजबूत करने और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है.
34 पंचायतों का चयन महिला हितैषी बनाने के लिए किया गया
अभियान के तहत राज्य की 34 पंचायतों का चयन महिला हितैषी बनाने के लिए किया गया है. इनमें रांची की भी चार पंचायतें शामिल हैं. कार्यक्रम में पंचायती राज निदेशक बी राजेश्वरी समेत राज्य की विभिन्न पंचायतों से पहुंचीं महिला जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की.
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