प्रतिनिधि, पिपरवार.
झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के तत्वावधान में कायाकल्प वाटिका पिपरवार में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड के वीर शहीदों व दिवंगत मजदूरों को श्रद्धांजलि देकर की गयी. मुख्य अतिथि मनोज चंद्रा ने कहा मजदूर किसी भी समाज का रीढ़ होते हैं. इनके योगदान के बगैर किसी भी राज्य व देश का विकास संभव नहीं है. मजदूरों को मिले आठ घंटे का कार्य दिवस मजदूरों के संघर्ष का ही परिणाम है. क्षेत्रीय सचिव इकबाल हुसैन ने कहा कि भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत वर्ष 1923 में मद्रास से की गयी थी. वहीं, बसंत नारायण महतो ने कहा कि कोयला खदानें राष्ट्रीयकरण से निजीकरण की ओर जा रही है. ऐसे में मजदूरों के अधिकारों की रक्षा एक चुनौती बन गयी है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा बनाये गये कानूनों का अनुपालन नहीं हो पा रहा है. जिससे मजदूर अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं. श्री महतो ने मजदूरों से संघर्ष तेज करने की अपील की. कार्यक्रम की अध्यक्षता परमेश्वर गंझू, संचालन इकबाल हुसैन व धन्यवाद ज्ञापन अर्जुन गंझू ने किया. मौके पर एएसओ हेमचंद महतो, रतिया गंझू, रामचंद्र उरांव, परमेश्वर साव, दीपक उरांव, अनिल पासवान, प्रकाश यादव, जागेश्वर दास, एसडी राम, जुल्फान, फारूख आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है