Rourkela News: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला का 22वां दीक्षांत समारोह 20 जून को मनाया जायेगा. इसे लेकर एनआइटी राउरकेला में बुधवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में संस्थान के निदेशक प्रो के उमामहेश्वर राव ने बताया कि महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक उदय ए काओले मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में भाग लेंगे. इसके अतिरिक्त, एलएंडटी (लार्सन एंड टुब्रो) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक तथा एनआइटी राउरकेला के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एसएन सुब्रह्मण्यम वर्चुअल माध्यमों से उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे.
डिजीलॉकर की सुविधा की जायेगी प्रदान
प्रेसवार्ता में 22वें दीक्षांत समारोह के प्रभारी प्रो शिव शंकर महापात्र ने कहा कि सभी स्नातक छात्रों को उनकी डिग्री तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए एनआइटी राउरकेला डिजीलॉकर सुविधा उपलब्ध करायेगा. इस वर्ष के दीक्षांत समारोह की एक और प्रमुख विशेषता 93 अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्नातक होना है. इनमें 72 पुरुष छात्र और 21 महिला छात्राएं शामिल हैं, जो सात देशों की विविध पृष्ठभूमियों का प्रतिनिधित्व करते हैं. इनमें अमेरिका से चार छात्र, अफगानिस्तान से पांच, श्रीलंका से तीन, भूटान से पांच, बांग्लादेश से 21, नेपाल से 30 और भारत से 25 प्रवासी भारतीय (एनआरआइ) छात्र शामिल हैं. प्रेस वार्ता का समापन डीन (शैक्षणिक) प्रो आरसी प्रधान द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. कार्यक्रम का आयोजन एनआइटी राउरकेला की प्रेस एंड पब्लिक रिलेशंस कमेटी (पीपीआरसी) द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रो शिशिर कुमार साहू ने की. 22वां दीक्षांत समारोह निम्न लिंक के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग द्वारा देखा जा सकता है: https://www.youtube.com/live/icnKJx-VfCs. दीक्षांत समारोह से जुड़ी अधिक जानकारी: https://nitrkl.ac.in/Convocation पर उपलब्ध है.2065 स्नातकों को दी जायेंगी डिग्रियां
इस वर्ष संस्थान 2065 स्नातकों को डिग्रियां प्रदान करेगा. शैक्षणिक उत्कृष्टता के सम्मानस्वरूप, संस्थान वर्ष 2024 के टॉपर्स को आठ संस्थान स्वर्ण पदक, छह एंडोमेंट स्वर्ण पदक, सात एंडोमेंट पुरस्कार और स्नातक बैच के शाखा टॉपर्स को 59 रजत पदक प्रदान करेगा. इसके साथ ही, एनआइटी राउरकेला उन विशिष्ट पूर्व छात्रों को भी सम्मानित करेगा, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है और समाज पर व्यापक प्रभाव डाला है.इन पूर्व छात्रों को मिलेगा वर्ष 2024 का डिस्टिंग्विश्ड एलुम्नाई अवॉर्ड
– श्रेणी-अकादमिक और अनुसंधान : प्रो सुकुमार मिश्रा, 1992, मास्टर्स इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एवं 2000, पीएचडी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग). निदेशक, आइआइटी (आइएसएम) धनबाद, झारखंड, भारत-श्रेणी-उद्योग और प्रबंधन : इंजीनियर अशोक कुमार बसा, 1980, बीएससी. इंजीनियरिंग (सिविल इंजीनियरिंग). प्रबंध निदेशक, सीइएम इंजीनियर्स एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड-श्रेणी-उद्यमिता और सार्वजनिक जीवन इंजीनियर : आरएस राघवन, 1988, बी-एससी, इंजीनियरिंग (माइनिंग इंजीनियरिंग). प्रबंध निदेशक, प्रोमैन इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड-श्रेणी-संस्थान के विकास में योगदान : डॉ भारतेंदु देव, 1985, बी-एससी, इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग). हेड ऑफ इलेक्ट्रिकल, कतरगैस नॉर्थ फील्ड एक्सपैंशन प्रोजेक्टप्रदान की जाने वाली डिग्रियां
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी-टेक) :
1061 (200 छात्राएं और 861 छात्र)बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (बी-आर्क) :
21 (आठ छात्राएं और 13 छात्र)बी-टेक व एम-टेक ड्यूल डिग्री :
39 (01 छात्रा और 38 छात्र)एकीकृत मास्टर ऑफ साइंस (पांच वर्षीय) :
68 (10 छात्राएं और 58 छात्र)मास्टर ऑफ साइंस (एम-एससी) :
180 (68 छात्राएं और 112 छात्र)मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) :
06 (02 छात्राएं और 04 छात्र)मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) :
43 (20 छात्राएं और 23 छात्र)मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (एम-टेक) :
469 (84 छात्राएं और 385 छात्र)मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (रिसर्च) :
01 (01 छात्रा और 00 छात्र)डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) :
177 (63 छात्राएं और 114 छात्र)कुल : 2065B
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