Bhubaneswar News: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया और तीन जिलों में प्रभावित लोगों के लिए नि:शुल्क रसोई सुविधा को सात दिन के लिए बढ़ाने की घोषणा की. उन्होंने दावा किया कि आपदा में किसी की जान नहीं गयी है. मुख्यमंत्री के साथ राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी, उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज और विशेष राहत आयुक्त देव रंजन कुमार सिंह भी मौजूद थे. उन्होंने बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर और क्योंझर जिलों के जलमग्न गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया.
5,869 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और राहत कार्य के बाद की गतिविधियां शुरू करने के निर्देश दिये जा चुके हैं. बालेश्वर, भद्रक और जाजपुर जिलों के आठ ब्लॉक की 81 बस्तियों के करीब 30,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बालेश्वर जिले के बस्ता, बालियापाल, भोगराई और जलेश्वर, भद्रक जिले के धामनगर और भंडारीपोखरी तथा जाजपुर जिले के जाजपुर और दशरथपुर ब्लॉक बाढ़ से प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि निचले इलाकों से 5,869 लोगों को निकाला गया है और 10,000 लोगों को दो वक्त का भोजन दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह सुविधा अब सात दिन और बढ़ा दी गयी है. उन्होंने कहा कि केन्दुझर और कुछ अन्य जिलों में भी बाढ़ आयी थी, लेकिन उसका कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा है.एंटी वेनम और अन्य आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि डायरिया और अन्य जलजनित बीमारियों के नियंत्रण पेयजल स्रोतों के शुद्धीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि स्थानीय अधिकारियों को यह प्रक्रिया लगातार जारी रखने के निर्देश दिये गये हैं. कई स्थानों पर सांप के काटने की घटनाएं भी सामने आयी हैं. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम और अन्य आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं. राज्य सरकार की ओर से बालेश्वर जिले में 17 ओड्राफ और 13 अग्निशमन की टीम, भद्रक में एक एनडीआरएफ, एक ओड्राफ और 13 अग्निशमन की टीम तथा जाजपुर जिले में एक ओड्राफ और 14 अग्निशमन सेवा की टीम को तैनात किया गया है.तीन जिलों में 29 फ्री किचन का हो रहा संचालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों का जलस्तर घट रहा है. बालेश्वर जिले में सुवर्णरेखा और जलका नदी के जलस्तर में कमी आयी है. प्रभावित तीनों जिलों में प्रभावित लोगों के लिए 29 फ्री किचन संचालित किये जा रहे हैं. बालेश्वर में 16, भद्रक में 10 और जाजपुर में 3 फ्री किचन (नि:शुल्क रसोई) की व्यवस्था की गयी है. इन केंद्रों के माध्यम से लगभग 10,000 प्रभावित लोगों को पका हुआ भोजन वितरित किया जा रहा है और आगामी सात दिनों तक यह व्यवस्था जारी रहेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है