Rourkela News: अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन, सुंदरगढ़ इकाई की ओर से रविवार प्रातः ब्राह्मणी नदी तट, पानपोष से बाल कांवर यात्रा का भव्य आयोजन किया गया. ‘नन्हे कदम, अपनी संस्कृति की ओर’ की भावना से प्रेरित यह आयोजन बच्चों को भारतीय संस्कृति, धर्म और परंपराओं से जोड़ने का एक सुंदर प्रयास रहा. सुबह 6:00 बजे आरंभ हुई इस कांवर यात्रा में पारंपरिक वेशभूषा में सजे छोटे-छोटे बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
ब्राह्मणी नदी से जल लाकर किया अभिषेक
बच्चों ने ब्राह्मणी नदी से पवित्र जल भरकर निकट ही जगन्नाथ मंदिर स्थित शिवालय में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. कार्यक्रम की अगुवाई सम्मेलन की अध्यक्ष मेघा अग्रवाल ने की. इस अवसर पर परम श्रद्धेय वेंकटेश आचार्य जी महाराज (श्री वृंदावन धाम) ने विशेष पूजा संकल्प कराया और नन्हे कांवरियों को आशीर्वाद प्रदान किया. बाल कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में बच्चों के साथ-साथ अभिभावक, समाजसेवी और शहरवासी भी शामिल हुए. यात्रा के दौरान अमरनाथ की आकर्षक झांकी सजायी गयी. रास्ते भर नन्हें कांवरियों पर पुष्पवर्षा की गयी और ‘बोल बम’ के नारों के साथ बलून हवा में छोड़े गये.
देवी-देवताओं की झांकी रही आकर्षण का केंद्र
कांवर यात्रा के दौरान भगवान गणेश व भोले बाबा समेत विभिन्न देवताओं की जीवंत झांकिया आकर्षण का केंद्र रहीं. कार्यक्रम में राउरकेला कावड़िया संघ बाबा धाम की ओर से भंडारा की विशेष व्यवस्था की गयी थी. आयोजन में सम्मेलन की वरिष्ठ सलाहकार संजू अग्रवाल, अध्यक्ष मेघा अग्रवाल, उपाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, कोषाध्यक्ष खुशबू मोदी, संयुक्त सचिव सोनू बंसल, सह-कोषाध्यक्ष श्रद्धा अग्रवाल, पीआरओ सुमन मित्तल, कार्यक्रम अध्यक्ष ज्योति अग्रवाल, राखी मित्तल, तथा अनिता अग्रवाल, मीनाक्षी, सरिता, मीनू, एकता पोद्दार सहित कई कार्यकारिणी सदस्य व सदस्याओं का योगदान रहा.
झारसुगुड़ा : गंगाजल से महादेव का किया गया अभिषेक
झारसुगुड़ा के सरबाहल रोड स्थित अपर्णा बगीचा में पोद्दार परिवार की ओर से सावन के पवित्र माह में आयोजित 11 दिवसीय चतुर्वेद परायण समन्वित श्री अतिरुद्र महायज्ञ में रविवार को कावण यात्रा निकाली गयी. बड़ी संख्या में भक्त दर्शनार्थियों ने यहां पहुंचकर पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक किया. रविवार को पोद्दार परिवार की ओर से झंडा चौक स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर से कांवर में गंगाजल भरकर मुख्य मार्ग से बोल बम का जयकारा लगाते हुए कांवर यात्रा निकाली गयी. कांवरिये सीधे यज्ञशाला पहुंचे और यहां अस्थायी रूप से बनाये गये पार्थिव शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक किया गया. यज्ञ मंडप में प्रतिदिन संध्या साढ़े सात बजे होने वाली काशी की प्रसिद्ध गंगा आरती भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. श्री अतिरुद्र महायज्ञ का आयोजन सीता ओमप्रकाश पोद्दार, प्रीति अजय पोद्दार, वंशिका अतीक पोद्दार, अर्णव पोद्दार सहित समस्त पोद्दार परिवार द्वारा विश्व कल्याणार्थ और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास सहित अंचल वासियों के सुख, शांति और आरोग्य की प्राप्ति के लिए किया जा रहा हैडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है