Rourkela News: पानपोष स्थित सरकारी स्वायत्त महाविद्यालय में कार्यक्षेत्र में उत्पीड़न संबंधी जागरुकता कार्यशाला शनिवार को आयोजित की गयी. इस कार्यशाला में राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त निर्देशों के अनुसार शपथ पाठ कराया गया. महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मायाधर बारिक की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रोफेसर और प्रशासनिक प्रमुख प्रशांत सेठी और आंतरिक शिकायत समिति की प्रमुख रामेश्वरी भोई उपस्थित थे.
कार्यक्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित कानून की जानकारी दी
इस कार्यशाला में विशेष रूप से कार्यक्षेत्र में विभिन्न वर्गों के कर्मचारी और महिला कर्मचारी तथा सभी वर्गों के छात्राओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण बनाने पर जोर दिया गया. श्री बारिक और श्री सेठी ने विभिन्न प्रसंगों में बताया कि कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए क्या आवश्यक है. उन्होंने संभावित यौन उत्पीड़न और इसके निवारण के बारे में भी जानकारी दी. साथ ही उन्होंने शिकायत निवारण के लिए आवश्यक व्यवस्था और इसकी कार्यकारिता के बारे में भी बताया. इस अवसर पर उपस्थित सभी वर्गों के प्रोफेसर और छात्र-छात्राओं ने कार्यक्षेत्र में उत्पीड़न संबंधी अधिनियम का पालन करने की शपथ ली. श्रीमती भोई ने शपथ पाठ कराया और आवश्यक जानकारी प्रदान की.
कर्मचारियों को कानून व अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना जरूरी : अभिमन्यु
कार्यस्थल पर महिलाओं पर होने वाले यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम – 2013 संबंधी जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को आयोजित किया गया. स्थानीय सद्भावना सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में अतिरिक्त जिलापाल अभिमन्यु माझी, जिला मुख्य विकास अधिकारी तथा कार्यकारी अधिकारी सुरंजन साहू, जिला समाज कल्याण अधिकारी कृष्णा कुमारी नंद, डीएसपी कादंबिनी सामल, जिला कानून सेवा प्राधिकरण के सचिव डॉ रीनति मिश्रा अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, नोडल अधिकारी, जिला के सभी सरकारी तथा गैरसरकारी कार्यालयों के आंतरिक शिकायत समिति और स्थानीय शिकायत समिति के सदस्य उपस्थित थे. इसमें प्रशिक्षक के रूप में यूनिसेफ की नेहा सिंह ने आंतरिक शिकायत समिति की आवश्यकता, इसके गठन, कार्यप्रणाली, समिति की भूमिका, कार्यक्षेत्र में यौन उत्पीड़न के प्रकार और समिति को कैसे सशक्त किया जाये, इस विषय पर विस्तृत चर्चा की. कार्यक्रम में प्रत्येक कार्यालय और संस्थान में आंतरिक शिकायत समिति के गठन और नियमित समीक्षा करने के साथ-साथ वार्षिक रिपोर्ट देने पर जोर दिया गया.अतिरिक्त जिलापाल माझी ने इस कानून पर नियमित रूप से जागरूकता बढ़ाने और कार्यालयों में सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण बनाये रखने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि प्रत्येक कर्मचारी को अपने अधिकारों और कानूनों के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है. कार्यक्रम का संचालन जिला संयोजिका मीनाक्षी प्रधान ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है