Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सीएसआर विभाग ने पार्श्वांचल विकास संस्थान (आइपीडी), सेक्टर-20 में सतत व्यवसाय और ई-मार्केटिंग पर जागरूकता कार्यशाला और परस्पर वार्ता सत्र का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में व्यावहारिक डिजिटल मार्केटिंग प्रशिक्षण और सतत व्यवसाय प्रथाओं के माध्यम से आरएसपी के प्रत्यक्ष प्रभावी क्षेत्रों के ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
लघु ग्रामीण व्यवसायियों सहित कुल 20 लाभार्थियों ने भाग लिया
कार्यक्रम में स्वंय सहायता समूह, व्यक्तिगत उद्यमियों और लघु ग्रामीण व्यवसायियों सहित कुल 20 लाभार्थियों ने भाग लिया. कार्यशाला के समापन सत्र में मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं एवं सीएसआर) टीजी कनेकर मुख्य अतिथि थे. इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी (सीएसआर) मुनमुन मित्रा, कार्यक्रम के सत्र विशेषज्ञ फुलकेर्या डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक निदेशक उदित ओराम, प्रशिक्षण अधिकारी (एनएसआइसी, क्षेत्रीय औद्योगिक केंद्र और एमएसएमइ) पी महापात्र और सीइओ और निदेशक (प्रकृति गौ अनुसंधान केंद्र प्राइवेट लिमिटेड) गोकुल मिंज उपस्थित थे.
समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है पहल : कानेकर
अद्वितीय सीएसआर पहल की सराहना करते हुए श्री कानेकर ने कहा कि डिजिटल और संधारणीय व्यवसाय ज्ञान के साथ ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाना समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आरएसपी-सीएसआर की यह पहल आसपास के समुदायों में आत्मनिर्भरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में बहुत योगदान देगी. शुरू में सुश्री मुनमुन मित्रा ने अपने स्वागत भाषण में पहल के उद्देश्यों और प्रमुख घटकों को रेखांकित किया.
प्रतिभागियों को व्यवसाय मॉडल के ज्ञान और व्यावहारिक उपकरणों से लैस करना था उद्देश्य
कार्यशाला का उद्देश्य लाभार्थियों को उनके व्यवसाय का विस्तार करने, बाजार पहुंच बढ़ाने और आय- उत्पादन क्षमताओं में सुधार करने के लिए आवश्यक डिजिटल उपकरण और ई-मार्केटिंग रणनीतियों से लैस करना था. इसमें स्थायी व्यावसायिक प्रथाओं और ई-मार्केटिंग में व्यापक प्रशिक्षण के माध्यम से ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया. इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को डिजिटल मार्केटिंग कौशल, वर्तमान व्यवसाय मॉडल के ज्ञान और व्यावहारिक उपकरणों से लैस करना था, ताकि वे अपनी बाजार पहुंच का विस्तार कर सकें, आय बढ़ा सकें और उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके स्थायी ऑनलाइन मार्केटिंग बनाये रख सकें. कार्यक्रम का समन्वयन प्रबंधक (सीएसआर) ऋचा सुधीरम और सीएसआर टीम द्वारा किया गया, जिसमें बी एक्का, जी नायक, मोहम्मद जाहिद अख्तर और गीतारानी साहू शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है