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Bhubaneswar News: भुवनेश्वर में परिवहन व रेल सेवाएं रहीं प्रभावित, शिक्षण व व्यापारिक प्रतिष्ठान रहे बंद

Bhubaneswar News: कांग्रेस के ओडिशा बंद का भुवनेश्वर, कटक व संबलपुर में व्यापक असर दिखा. परिवहन सेवाएं ठप रहने से लोगों को परेशानी हुई.

Bhubaneswar News: फकीर मोहन ऑटोनोमस कॉलेज (एफएम कॉलेज), बालेश्वर की एक छात्रा की मौत के विरोध में कांग्रेस द्वारा बुलाये गये ओडिशा बंद का राजधानी भुवनेश्वर और कटक में व्यापक असर देखा गया. इस बंद को सात अन्य विपक्षी दलों का भी समर्थन प्राप्त था.

सुबह 6:00 से शाम 6:00 बजे तक बंद से जनजीवन प्रभावित

यह सूर्योदय से सूर्यास्त तक का बंद सुबह 6:00 बजे शुरू हुआ और शाम 6:00 बजे तक जारी रहा. बंद के कारण सड़क और रेल परिवहन बुरी तरह बाधित हुआ है, जबकि विद्यालयों, कॉलेजों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को विभिन्न जिलों में बंद रखना पड़ा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सहयोगी दलों के सदस्यों ने प्रमुख चौराहों और सड़कों पर धरना-प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे कई शहरों में यातायात जाम की स्थिति बन गयी और वाहनों की आवाजाही ठप हो गयी. भुवनेश्वर, कटक और संबलपुर सहित कई प्रमुख शहरों में प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरी पर भी अवरोध खड़ा किया, जिससे कई यात्री और एक्सप्रेस ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. रेल रोको आंदोलन के कारण सैकड़ों यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा. निजी शिक्षण संस्थानों ने एहतियातन कक्षाएं स्थगित कर दीं.

आपातकालीन सेवाओं को बंद से रखा गया था बाहर

हालांकि, आपातकालीन सेवाओं को बंद के दायरे से बाहर रखा गया था. दवाइयों की दुकानें, अस्पताल, एंबुलेंस सेवाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होती रहीं. कांग्रेस नेताओं ने एफएम कॉलेज की छात्रा की मौत मामले में राज्य सरकार पर तत्काल कार्रवाई न करने का आरोप लगाया और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए निष्पक्ष और समयबद्ध जांच की मांग की. इस बंद के माध्यम से विपक्ष ने सरकार की जवाबदेही तय करने और न्याय सुनिश्चित करने की अपनी मांग को मुखर रूप से सामने रखा है, जबकि राज्य सरकार की ओर से इस पर अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आयी है.

छात्रा को बचाने में झुलसे एफएम कॉलेज के छात्र की हालत अब स्थिर

फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज बालेश्वर में 12 जुलाई को आत्मदाह करने वाली छात्रा को बचाने के प्रयास में गंभीर रूप से झुलसे छात्र ज्योतिप्रकाश बिस्वाल की हालत अब स्थिर है. चिकित्सकों ने बुधवार को यह जानकारी दी. छात्रा (20) ने यौन उत्पीड़न के आरोपी एक शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर विरोध जताते हुए परिसर में आत्मदाह कर लिया था और बिस्वाल उसे बचाने की कोशिश करने वाला पूरे कॉलेज में एकमात्र छात्र था. छात्रा का शरीर लगभग 95 प्रतिशत जल गया था, जबकि उसे बचाने की कोशिश में बिस्वाल भी झुलस गया. छात्रा की सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर में मौत हो गयी. बिस्वाल का कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ विभूति नायक ने बताया कि त्वचा प्रतिरोपित नहीं की जाती है, तो बिस्वाल को अस्पताल से छुट्टी मिलने में 10-20 दिन का समय लग सकता है.

पुलिस की अपराध शाखा करेगी मामले की जांच

ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने बालेश्वर जिले के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय की एक छात्रा के आत्मदाह करने की घटना की जांच बुधवार को अपने हाथ में ले ली. सीआइडी-सीबी के पुलिस महानिदेशक विनयतोष मिश्रा ने एक आदेश जारी कर भुवनेश्वर स्थित महिला एवं बाल अपराध शाखा (सीएडब्ल्यू एंड सीडब्ल्यू) की डीएसपी ईमान कल्याण नायक को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा. पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नायक इस घटना और उस संबंध में दर्ज अन्य मामलों की जांच शुरू करेंगी. आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि सीएडब्ल्यू और सीडब्ल्यू-भुवनेश्वर की डीएसपी ईमान कल्याण नायक को इस मामले की जांच के उद्देश्य से बालेश्वर जिले के सहदेवखुंटा पुलिस थाना के प्रभारी अधिकारी के रूप में कार्य करने की शक्तियां प्राप्त होंगी. निरीक्षक पांचाली राउत नायक की सहायता करेंगी.

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