Bhubaneswar News: पुरी में इस वर्ष की रथ यात्रा के भव्य और अनुशासित आयोजन की तैयारियों के लिए शनिवार को पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर कार्यालय में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गयी. इसकी अध्यक्षता श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने की और इसमें वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दैतापति निजोग की सक्रिय भागीदारी रही.
गैर-सेवक को रथ पर पढ़ने की अनुमति नहीं होगी
बैठक के बाद श्री पाढ़ी ने इस बात पर जोर दिया कि आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार ही रथ खींचा जायेगा. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि रथ खींचने के दौरान किसी भी सेवायत को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जायेगी और किसी भी गैर-सेवक को रथ खींचने के दौरान रथ के ऊपर चढ़ने की अनुमति नहीं होगी. आयोजन की पवित्रता और व्यवस्था को बनाये रखने के लिए उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
दैतापति नजोग ने मंदिर और जिला प्रशासन के सहयोग का दिया आश्वासन
दैतापति निजोग के प्रतिनिधियों ने इस वर्ष की रथ यात्रा के सुचारू और अनुशासित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए मंदिर प्रशासन और जिला अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग व्यक्त किया. श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा, सुविधा और भीड़ प्रबंधन सहित अन्य व्यवस्थाओं पर विशेष जोर दिया गया. बैठक में जिला कलेक्टर, दैतापति निजोग के अध्यक्ष और सचिव तथा चार प्रमुख बड़ाग्रही (वरिष्ठ सेवक) के अलावा मंदिर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. एसजेटीए के मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट को मंजूरी दे दी गयी है. समिति के सुझावों पर विस्तृत चर्चा के बाद हमने सभी सेवकों से इसका पालन करने का अनुरोध किया है. दैतापति निजोग के सचिव रामकृष्ण दास महापात्रा ने कहा कि हम इस वर्ष की रथ यात्रा के सुचारू और अनुशासित संचालन के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे. भक्तों के सुचारू दर्शन और प्रसाद वितरण के लिए विशेष व्यवस्था की जायेगी. दैतापति निजोग सरकार और मंदिर प्रशासन को पूरा सहयोग देने के लिए तैयार है.
रत्न भंडार की मरम्मत जल्द पूरा करने के लिए एएसआइ को लिखा पत्र
श्रीमंदिर के रत्न भंडार की मरम्मत और संरक्षण का काम शीर्घ पूरा करने के लिए श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य प्रशासक डॉ अरविंद पाढ़ी ने एएसआइ को पत्र लिखा है. रत्न भंडार का बाकी का काम रथयात्रा के समय (28 जून से छह जुलाई के बीच) संपन्न कराने का उल्लेख उन्होंने पत्र में लिखा है. उन्होंने रथयात्रा के समय ही गर्भगृह तथा अन्य महत्वपूर्ण संरक्षण से संबंधित कार्य का निरीक्षण एएसआइ के उप महानिदेशक या फि निदेशक पदवी वाले अधिकारी द्वारा कराये जाने को भी कहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है