Rourkela News: राउरकेला के टीसीआइ चौक स्थित शिरडी साईं मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ जुटी. इस अवसर पर मंदिर कमेटी की ओर से पूजा-अर्चना, आरती और विशाल भंडारा का आयोजन किया गया. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों ने साईं बाबा की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया. उनकी कृपा की कामना की.
हनुमान वाटिका परिसर स्थित मंदिर में भी हुई पूजा
राउरकेला शहर के अन्य मंदिरों में भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों की भीड़ देखी गयी. हनुमान वाटिका के साईं मंदिर परिसर में भी भक्तों ने साईं बाबा का आशीर्वाद लिया और अपनी मन्नत पूरी होने की कामना की. इस अवसर पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अक्षय रावत, उपाध्यक्ष विनोद शर्मा, कोषाध्यक्ष अशोक डोरा, महासचिव अरुण कुमार पाणि और सचिव जगदीश डोरा ने इस आयोजन में सक्रिय योगदान दिया. इसके अलावा डी लेंका, रमाकांत सोनी, रमाकांत स्वांई, जीवन डोरा, सुदर्शन दास, संजय मंडल, संजय मजूमदार, कृष्ण पाल चौधरी, महेश गौड़, वंदना जैन और ज्योत्सना प्रधान जैसे सक्रिय सदस्यों ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
गायत्री शक्तिपीठ में अखंड गायत्री मंत्र का हुआ जाप
राउरकेला स्थित गायत्री शक्तिपीठ (सेक्टर-2) में गुरु पूर्णिमा पर्व के उपलक्ष्य में विशेष दो दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. बुधवार को श्रद्धा एवं साधना से परिपूर्ण वातावरण में 12 घंटे का अखंड गायत्री मंत्र जाप प्रारंभ हुआ, जिसमें गायत्री परिवार के सदस्यों सहित शहर के श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए. गुरुवार को भव्य पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ, दीपदान यज्ञ और संस्कार समारोह का आयोजन हुआ. इस महायज्ञ में राउरकेला समेत आसपास के श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया. गायत्री परिवार ने कहा है कि यह पर्व केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि अपने गुरु युगदृष्टा पं श्रीराम शर्मा आचार्य जी के प्रति श्रद्धा और आभार व्यक्त करने का एक माध्यम है.बामड़ा सरस्वती शिशु मंदिर में मना गुरु पूर्णिमा उत्सव
बामड़ा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, शकुंतला देवी लाठ विद्या भवन परिसर में गुरुवार सुबह गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया. विद्यालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष विनोद बिहारी आर्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर उत्सव का शुभारंभ किया. विद्यालय के सह प्राचार्य संजय कुमार बिस्वाल ने अतिथि परिचय एवं स्वागत वक्तव्य रखा. गुरु वासुदेव तांडिया ने महर्षि वेदव्यास के जन्म, उनके द्वारा लिखा गया अष्टादस पुराण, वेद एवं महाभारत के महत्व पर विचार व्यक्त किया. झरना गुरुमा ने कार्यक्रम का संचालन किया. गुरुमा इलेश्वरी, अनीता, सुजाता, विशाखा, निवेदिता, करुणा, तरणि, पुष्पा, प्रियंवदा, तपस्विनी, अतसी तथा गुरुजी साधु, सनातन व अक्षय ने आयोजन में सहयोग किया था. उपस्थित छात्र-छात्राओं ने गुरु पूजन एवं वंदना की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है