Rourkela News: राउरकेला विस्थापित संघ ने बुधवार को एडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर प्रशासन का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर आकृष्ट कराया. प्रदर्शन का नेतृत्व राउरकेला 70 मौजा विस्थापित संघ के अध्यक्ष खड़ा कुजूर ने किया. उदित नगर परेड मैदान के सामने से निकलकर विस्थापित राउरकेला अतिरिक्त जिलापाल कार्यालय पहुंचे जहां प्रदर्शन कर सड़क पर बैठ गये. बाद में एक प्रतिनिधिमंडल एडीएम आशुतोष कुलकर्णी से मिलकर अपनी मांगों से अवगत कराया.
विस्थापितों की समस्याओं को महत्व नहीं दे रहे आरएसपी के अधिकारी
प्रतिनिधिमंडल की ओर से कहा गया कि राउरकेला स्टील प्लांट में पिछले कई वर्षों से नौकरी की उनकी मांग पर सदस्यों ने चर्चा की. कहा कि 3 हजार से ज्यादा विस्थापितों के कागजात की जांच होने के साथ-साथ वेरिफिकेशन होकर राउरकेला स्टील प्लांट के अधिकारियों को भेजा गया है. लेकिन, राउरकेला स्टील प्लांट के अधिकारी विस्थापितों की समस्या को महत्व नहीं दे रहे हैं. जिला प्रशासन भी उनके मुद्दों को गंभीरता से नहीं ले रहा है. खड़ा कुजूर ने कहा कि जिला प्रशासन अपनी ओर से कागज का वेरीफाई करके आरएसपी के अधिकारियों को भेज चुका है, लेकिन अभी तक विस्थापितों को नौकरी नहीं मिली. केवल आश्वासन पर आश्वासन मिल रहा है.
एडीएम ने दिया आश्वासन
एडीएम ने विस्थापितों को आश्वासन दिया कि गुरुवार को स्टील प्लांट के सचिव का दौरा है जिसे लेकर इस विषय को उनके समक्ष रखेंगे. विस्थापितों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलकर इस विषय पर चर्चा करेंगे. वहीं उनके मुद्दे को गंभीरता से लेने की बात सचिव से कहेंगे.
आश्वासन के अलावा अब तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ
खड़ा कुजूर ने कहा कि पिछले कई वर्षों से विस्थापित धरना प्रदर्शन करने के साथ-साथ तीन बार आरपीडीसी बैठक हो चुकी है. कई बार केंद्रीय मंत्री समेत राज्य मंत्री से भी हम लोग मिल चुके हैं लेकिन आश्वासन पर आश्वासन विस्थापितों को दिया जा रहा है प्रदर्शन में 70 मौजा विस्थापित संघ के अध्यक्ष खड़ा कुजूर महासचिव पुराण खालको, सहसचिव जागिता कुजूर, कानूनी सलाहकार बसंत किसान, शंकर महतो, लीला लकड़ा, अनिल लकड़ा, दुष्यंत मुंडारी, शंभू पशायत, शीला ओराम, लक्ष्मी भूमिज, गुलारिया मुंडा, पुष्पिता समासी, रमेश आदि मौजूद थे.
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