Bhubaneswar News: भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा को रथों पर ‘सोना वेश’ अनुष्ठान के दौरान 208 किलोग्राम सोने के आभूषणों से सजाया गया. ‘सोनावेश’, पुरी में वार्षिक रथ यात्रा उत्सव का एक अभिन्न अंग है. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने बताया कि देवताओं का ‘सोना वेश’ अनुष्ठान रविवार को हुआ और भक्तों ने शाम साढ़े छह बजे से रात 11 बजे तक अनुष्ठान देखा. मंदिर के सूत्रों के अनुसार, देवताओं को 30 अलग-अलग डिजाइन के आभूषण पहनाये गये, जिनमें सोना, हीरा, चांदी और अन्य कीमती धातुएं शामिल थीं.
अनुष्ठान देखने पहुंचे लाखों श्रद्धालु, भुवनेश्वर-पुरी मार्ग हुआ जाम
श्री जगन्नाथ संस्कृति के लेखक और शोधकर्ता भास्कर मिश्रा ने बताया, शुरुआत में, 1460 में राजा कपिलेंद्र देब के काल में 138 डिजाइन के आभूषण पहनाये जाते थे. आज भी 208 किलोग्राम सोने के आभूषणों का इस्तेमाल किया जाता है. ”सोना वेश” (स्वर्ण पोशाक) देखने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ पुरी पहुंची. पुलिस ने यह जानकारी दी. एडीजी (यातायात) दयाल गंगवार ने कहा कि भुवनेश्वर से पुरी की ओर आने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है. लगभग 15 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. कल रात ही लगभग दो लाख भक्तों ने रथों पर सवार देवी-देवताओं के दर्शन किए. एसजेटीए के कार्यक्रम के अनुसार, भक्तगण रविवार को शाम 6:30 बजे से रात 11 बजे तक देवी-देवताओं के ”सोना वेश” अनुष्ठान देख सकते हैं. पुलिस ने कहा, चूंकि शहर में पार्किंग स्थल लगभग पूरी तरह से भर चुके हैं. पुरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए ओडिशा के डीजीपी वाई बी खुरानिया स्वयं एकीकृत भीड़ नियंत्रण केंद्र (आइसीसीसी) से भीड़ प्रबंधन की निगरानी की. उन्होंने लोगों से परामर्श का पालन करने का आग्रह किया है.
भीड़ नियंत्रित करने के लिए ड्रोन और एआइ कैमरों का हुआ इस्तेमाल
सोना वेश दर्शन को लेकर ओडिशा पुलिस की ओर से लाखों श्रद्धालुओं के पुरी आने के मद्देनजर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन और एआइ कैमरों का इस्तेमाल किया गया. पुलिस की ओर से लोगों को शहर में भीड़ की स्थिति से लगातार अवगत कराया गया, साथ ही लोगों से तदनुसार योजना बनाने और जारी यातायात परामर्श का पालन करने को कहा है. एडीजी (यातायात) दयाल गंगवार ने कहा कि भुवनेश्वर से पुरी की ओर आने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसलिए, बटगांव/मालतीपाटपुर में न्यूनतम प्रतीक्षा समय सुनिश्चित करने के लिए वाहनों का मार्ग बदला गया. उन्होंने श्रद्धालुओं से यातायात सलाह का पालन करने और ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों के साथ सहयोग करने की अपील लोगों से की. कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि हमें ‘सोना वेश’ के अवसर पर लगभग 15 लाख लोगों के आने की उम्मीद है. शनिवार रात ही लगभग दो लाख भक्तों ने रथों पर देवी-देवताओं के दर्शन किये. प्रशासन सतर्क है और स्थिति से अवगत है तथा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है