Bhubaneswar News: गंगीय पश्चिम बंगाल और इसके आसपास के क्षेत्रों में निम्न दबाव के कारण ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने क्योंझर, अनुगूल, देवगढ़, संबलपुर, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, बरगढ़ और नुआपड़ा जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
बारीपदा में रविवार को सर्वाधिक 93 मिमी वर्षा दर्ज
इसके अलावा, बलांगीर, सोनपुर, बौध, कंधमाल, कालाहांडी, नयागढ़, कटक और ढेंकनाल जिलों में भी अच्छी बारिश की संभावना है. इन क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही, कुछ स्थानों पर गरज-चमक और तेज हवाओं (30 से 40 किमी प्रति घंटा) के साथ बारिश की चेतावनी भी दी गयी है. रविवार को बारीपदा में सर्वाधिक 93 मिमी वर्षा दर्ज की गयी. अन्य क्षेत्रों में बालेश्वर में 67 मिमी, पारादीप में 20.2 मिमी, बलांगीर में 11.5 मिमी और ढेंकनाल में 12 मिमी बारिश हुई. राजधानी भुवनेश्वर और पुरी में भी भारी बारिश दर्ज की गयी.
ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश, नुआपाड़ा में दीवार गिरने से दो की मौत
नुआपाड़ा जिले में भारी बारिश के कारण एक निर्माणाधीन पोल्ट्री फार्म की दीवार ढह जाने से दो महिलाओं की मौत हो गई और आठ साल की एक बच्ची घायल हो गई. यह घटना रविवार को लखना इलाके में हुई. उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान बालमती सबर (35) और रूपे सबर (61) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि घायल नाबालिग रिद्धि सबर का इलाज हो रहा है.बारिश को लेकर राज्य सरकार सतर्क : पुजारी
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि राज्य के कई जिलों में भारी वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. फिलहाल किसी नदी में खतरे का संकेत नहीं है. उन्होंने बताया कि भद्रक, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ जिलों में अत्यधिक वर्षा के चलते संपत्ति को आंशिक नुकसान हुआ है और कुछ निचले इलाकों में वर्षा जल जमा हो गया है. मंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य में फिलहाल कहीं भी बाढ़ जैसे हालात नहीं है. लेकिन प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं. जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है और सभी राहत एवं बाढ़ आश्रय स्थल तैयार रखे गये हैं. ओड्राफ और एनडीआरएफ की टीमें भी पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि यदि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है, तो सरकार राहत और बचाव के लिए पूरी तरह तैयार है. जनता से अपील की गयी है कि यदि कहीं भी बाढ़ का पानी जमा होता है, तो वे तुरंत नजदीकी आश्रय स्थल पर पहुंचें. उन्हेंने बताया कि झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ जिलों से क्षति की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. मंत्री पुजारी ने आश्वस्त किया कि जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, संबंधित जिलों के कलेक्टरों को मुआवजा राशि भेज दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है