Bhubaneswar News: राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर बारीपदा छऊ मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय ‘आदिवासी शक्ति समावेश’ का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि ओडिशा की सांस्कृतिक समृद्धि के चित्रपट में जनजातीय संस्कृति ने एक विशिष्ट स्थान प्राप्त किया है. इसके समग्र विकास के लिए आगामी 2036 तक ओडिशा को एक समृद्ध राज्य में बदलना हमारा लक्ष्य है. इस लक्ष्य को अगले 11 वर्षों में साकार करने के लिए राज्य की 40% जनसंख्या, जो अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जातियों से संबंधित है, का सतत विकास आवश्यक है.
जनजाति जीविका मिशन में 1.45 लाख परिवारों को मिली सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा सरकार आदिवासी कल्याण के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री जनजाति जीविका मिशन के अंतर्गत राज्य के जनजातीय समुदाय की आजीविका को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. कृषि, सिंचाई और पशुपालन के माध्यम से 1.45 लाख जनजातीय परिवारों की आजीविका और आर्थिक स्थिति में सुधार आया है. 5000 आदिवासी युवक-युवतियों को प्रत्येक को एक लाख रुपये की सहयोग राशि देकर लघु उद्योग प्रारंभ करने में मदद दी गयी है. छात्रों की आवासीय शिक्षा को सुगम बनाने के लिए वर्ष 2024 के बजट में 83 नये अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रावास, 23 अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावास और 229 प्राथमिक विद्यालय छात्रावासों के लिए कुल 732.48 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गयी है. शिक्षा के विस्तार के लिए माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर शहीद माधो सिंह हाथ खर्च योजना शुरू की गयी है. वहीं, आवासीय विद्यालयों को आधुनिक शिक्षण संस्थानों में बदलने के लिए शहीद लक्ष्मण नायक आदर्श आश्रम विद्यालय योजना के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है.
जनजातीय समुदायों में बसती है ओडिशा की आत्मा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आदिवासी शक्ति समावेश संस्कृति और परंपरा का एक अद्वितीय संगम है. अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति विकास, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस मेला का उद्देश्य राज्य के सभी आदिवासी समुदायों को एक मंच पर लाना और उन्हें एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित कराना है. उन्होंने कहा कि इस समावेश का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समुदायों की समस्याओं और आवश्यकताओं को समझना और उनका समाधान सुनिश्चित करना है. राज्य सरकार उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा की आत्मा इसके जनजातीय समुदायों में बसती है. राज्य की लगभग एक-चौथाई जनसंख्या आदिवासी है, और आज भारत में आदिवासी समुदाय सम्मानित स्थान प्राप्त कर रहे हैं. विशेषकर मयूरभंज जिले से सात आदिवासी विधायक चुने गये हैं, जो इस क्षेत्र के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि जब सम्मान की बात आती है, तो मयूरभंज की एक सामान्य परिवार की बेटी तमाम बाधाओं को पार करते हुए, आज देश की प्रथम नागरिक यानी महामहिम राष्ट्रपति पद पर आसीन होकर भारत को गौरवान्वित कर रही हैं. वह न केवल मयूरभंज, बल्कि पूरे देश की आदिवासी बेटियों और हर महिला के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.1679 गांवों में वंचित जनजातीय समूहों तक पहुंच बनायेगी राज्य सरकार
विकसित ओडिशा, विकसित भारत के संकल्प के साथ राज्य में पीएम-जनमन योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जो राज्य के 14 जिलों के 1,679 गांवों में रहने वाले 2,94,712 विशेष रूप से वंचित जनजातीय समूहों तक पहुंच बनायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी संस्कृति और विरासत भवन तथा आदिवासी भाषा प्रतिष्ठान के लिए क्रमशः 100 करोड़ रुपये और 50 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित कर परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है. अंत में उन्होंने कहा कि ओडिशा के समग्र विकास के लिए सरकार ने एक रणनीतिक कार्ययोजना तैयार की है. आदिवासी सशक्तीकरण हमारे लिए कोई नारा या चुनावी आयोजन नहीं, बल्कि एक गहरी प्रतिबद्धता है.विभागीय मंत्रियों ने जनजातीय समूहों के विकास पर दिया जोर
जनशिक्षा तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति मामलों के मंत्री नित्यानंद गंड ने कहा कि हर आदिवासी परिवार में शिक्षा का प्रसार ही आदिवासी समाज के विकास का मुख्य आधार है. पंचायती राज मंत्री रवि नारायण नायक ने कहा कि गरीब और उपेक्षित आदिवासी भाई-बहनों की सभी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. गृह एवं शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र ने कहा कि जनजातियों की सामाजिक व्यवस्था, सांस्कृतिक वैभव और मौलिकता को संरक्षित रखना जरूरी है, क्योंकि हमारी संस्कृति की जड़ें हमारे मूल आदिवासी समाज में ही निहित हैं. वन और पर्यावरण मंत्री गणेश राम सिंह खुंटिया ने कहा कि आदिवासियों का विकास केवल हमारी संस्कृति का विकास नहीं, बल्कि हमारे पर्यावरण के विकास से भी जुड़ा हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है