Sundargarh News: केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री और सुंदरगढ़ से सांसद जुएल ओराम ने शनिवार को संकेत दिया कि वे चुनावी राजनीति से दूर हो सकते हैं. युवा नेतृत्व के लिए रास्ता बनाने की जरूरत का हवाला देते हुए वे चुनावी राजनीति से दूरी बनाने की बात कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भाजपा के प्रति संकल्पित हैं और पार्टी के निर्देश पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे.
अब युवाओं को मौका देने का समय
संबलपुर स्थित गंगाधर मेहर विश्वविद्यालय में आयोजित ‘रोजगार मेला’ में शामिल होने के बाद ओराम ने पत्रकारों से कहा कि मैं आठ बार सांसद और दो बार विधायक रह चुका हूं. जुएल ओराम ने कहा कि दोबारा चुनाव लड़ने में मेरी कोई व्यक्तिगत रुचि नहीं है. अब समय आ गया है कि युवाओं को मौका दिया जाये. उन्होंने आगे कहा-अगर पार्टी मुझे निर्देश देगी, तो मैं उसका सम्मान करूंगा और चुनाव लड़ूंगा. वरिष्ठ भाजपा नेता ने जोर देकर कहा कि यह कार्यक्रम 47 स्थानों पर चलाये गये राष्ट्रव्यापी रोजगार अभियान का हिस्सा था, जहां 51,000 से ज्यादा नियुक्ति पत्र वितरित किये गये. संबलपुर में 45 युवाओं को नौकरी के प्रस्ताव मिले, जिसमें 35 रेलवे विभाग में और 10 डाक विभाग में थे.
हम भारत को आत्मनिर्भर बनाने को प्रतिबद्ध
रोजगार और आर्थिक विकास पर सरकार के फोकस पर प्रकाश डालते हुए ओराम ने कहा कि रोजगार मेला सिर्फ नौकरियों के बारे में नहीं है, यह राष्ट्र निर्माण के बारे में है. हम भारत को एक आत्मनिर्भर राष्ट्र ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत के रक्षा विनिर्माण के विकास का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी पहलों में विशेष रूप से स्वदेशी उपकरणों का उपयोग किया गया और देश ने अब रक्षा उपकरणों का निर्यात भी शुरू कर दिया है. ओराम ने कहा कि मैं भाजपा कभी नहीं छोड़ूंगा. चुनाव लड़ूं या नहीं, मैं संगठन के लिए काम करता रहूंगा.
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