Bhubaneswar News: पुरी जिले की निमापड़ा तहसील के बयाबर गांव में शनिवार सुबह अज्ञात लोगों ने एक 15 वर्षीय किशोरी को आग लगा दी. जब यह घटना हुई, नाबालिग अपनी सहेली के घर किताबें देने जा रही थी. उसे गंभीर हालत में एम्स भुवनेश्वर ले जाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, नाबालिग करीब 79 प्रतिशत झुलस चुकी है और बोल नहीं पा रही है.
सहेली के घर किताबें देने जा रही थी छात्रा
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सहेली के घर किताबें देने जा रही लड़की को मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवकों ने रोका. जबरन उसे भार्गवी नदी के किनारे ले गये और शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी. घटनास्थल नुआगोपालपुर बस्ती में स्थित उसके घर से लगभग 1.5 किलोमीटर, जबकि बलंगा थाना से लगभग 5-7 किलोमीटर दूर है. पुलिस ने बताया कि लड़की को आग लगाने के बाद बदमाश फरार हो गये. स्थानीय लोग आग बुझाकर उसे पिपिली सरकारी अस्पताल ले गये, जहां से उसे एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया.
सुबह 8:30 बजे हुई वारदात, आरोपी हुए फरार
यह वारदात सुबह लगभग 8:30 बजे हुई. आरोप है कि भर्गवी नदी के किनारे एक सुनसान रास्ते पर तीन युवकों ने छात्रा को रोका, उठाकर आग लगा दी और मौके से फरार हो गये. लड़की पास के एक घर में पहुंची. इसके बाद उस परिवार के लोगों ने उसकी आग बुझायी. उसे तुरंत पास के पिपिली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. उसकी हालत गंभीर होने के कारण बाद में उसे भुवनेश्वर के कैपिटल हॉस्पिटल और फिर एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया. परिजनों ने किसी भी प्रकार की निजी दुश्मनी या प्रेम-संबंधी विवाद की आशंका को खारिज किया है. अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है और पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है.
पुलिस और वैज्ञानिक टीम ने शुरू की जांच
घटनास्थल पर पहुंचे पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है. वैज्ञानिक टीम जांच में लगी हुई हैं. एसपी ने बताया कि अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पिपिली उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) देवाशीष मिश्रा ने बताया कि लड़की की पीठ, पेट और अन्य हिस्से झुलस गये. उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए दो टीमें बनायी गयी हैं. हम आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों से सुराग हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. पुरी के जिला कलेक्टर चंचल राणा ने कहा कि प्रशासन ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं.
दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने के दिये गये हैं निर्देश : उपमुख्यमंत्री
ओडिशा की उपमुख्यमंत्री एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाती परिडा ने कहा कि सरकार पीड़िता के इलाज का खर्च वहन करेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस को दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये हैं. उपमुख्यमंत्री परिडा ने एक पोस्ट में कहा, मैं यह खबर सुनकर दुखी व स्तब्ध हूं कि पुरी जिले के बलंगा में कुछ बदमाशों ने 15 वर्षीय लड़की पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. उन्होंने कहा कि लड़की को तुरंत एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया और उसके इलाज के सभी इंतजाम किये जा रहे हैं. इलाज का सारा खर्च सरकार उठायेगी. पुलिस प्रशासन को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं. श्रीमती परिडा ने कहा कि वे स्वयं एम्स जाकर पीड़िता से मिलेंगी और उसके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी.
बीजद और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने पीड़िता के परिजनों से की मुलाकात
इस बीच, विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने एम्स-भुवनेश्वर जाकर लड़की के परिजनों और चिकित्सकों से मुलाकात की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने कहा कि अभी लड़की का उपचार किया जा रहा है. हम उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं शासन की व्यवस्थागत विफलता इंगित कर रहीं : पटनायक
ओडिशा की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने पुरी जिले में बदमाशों द्वारा 15 वर्षीय किशोरी को जिंदा जलाये जाने की घटना पर शनिवार को दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे मामले शासन की व्यवस्थागत विफलता को इंगित करते हैं. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पटनायक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि महिलाओं के खिलाफ ऐसी अकल्पनीय घटनाएं अब पूरे ओडिशा में लगभग रोजाना हो रही हैं. ये हिंसा के छिटपुट मामले नहीं हैं. निरंतर हो रहीं घटनाएं हतप्रभ करने वाली हैं और ये शासन की घोर व्यवस्थागत विफलता को इंगित करती हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना एफएम कॉलेज की एक छात्रा द्वारा आत्मदाह करने की घटना के एक सप्ताह के भीतर हुई है. गोपालपुर में छात्रा ने सामूहिक दुष्कर्म की भयावह घटना के बाद हर दरवाजा खटखटाया था और उसके बाद भी जब न्याय नहीं मिला, तो उसने यह कदम उठाया. पटनायक ने कहा कि ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि वर्तमान सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गये हैं और उन्हें दंडित होने का कोई भय नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि सरकार की निष्क्रियता और राजनीतिक संरक्षण के कारण ओडिशा महिलाओं के लिए अत्यधिक असुरक्षित होता जा रहा है. पटनायक ने सवाल किया कि क्या ओडिशा सरकार अपनी गहरी नींद से जागेगी और त्वरित कार्रवाई करेगी, ताकि अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सके? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि क्या सरकार कार्रवाई करेगी, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों? ओडिशा की लड़कियां और महिलाएं जवाब का इंतजार कर रही हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है