Rourkela News : ओडिशा पुलिस ने बुधवार को यहां एक मेले का आयोजन किया और उन लोगों को कुल 1.91 करोड़ रुपये लौटाये, जो इस साल जनवरी से मार्च तक साइबर ठगी के शिकार हो गये थे. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी है. भुवनेश्वर-कटक आयुक्त कार्यालय ने इस ‘मनी रिटर्न मेले’ का आयोजन किया. बयान के अनुसार, भुवनेश्वर साइबर अपराध और आर्थिक अपराध थाने ने जनता की शिकायतों के आधार पर ठगी के पैसे की वसूली के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाये और ऐसे मामलों का समाधान किया. बयान में कहा गया है कि इन लोगों के साथ डिजिटल गिरफ्तारी, एपीके/लिंक धोखाधड़ी, ग्राहक सेवा धोखाधड़ी, फर्जी वेबसाइट धोखाधड़ी और अन्य साइबर अपराधों के माध्यम से धोखाधड़ी की गयी थी. ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ एक साइबर ठगी है, जिसमें ठग खुद को सरकारी अधिकारी बताकर, वीडियो कॉल या ऑडियो कॉल के जरिए लोगों को डराते हैं और पैसे ऐंठते हैं. बयान के अनुसार, 2025 के पहले तीन महीनों में पुलिस ने क्रमश: 1,02,78,555 रुपये, 43,66,492 रुपये और 44,75,060 रुपये वसूले और बुधवार को यह रकम शिकायतकर्ताओं को वापस कर दी गयी. बयान में कहा गया है कि विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर कुल 65 फर्जी एकाउंट की पहचान की गयी है और इन्हें बंद कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है