Rourkela News: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान(एनआइटी) राउरकेला का 22वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को मनाया गया. इसमें स्नातक बने 2065 विद्यार्थियों (457 छात्रा और 1608 छात्र) की भागीदारी रही. समारोह में कुल 2065 स्नातकों को डिग्रियां प्रदान की गयीं, जबकि आठ को इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ. इस समारोह में छह एंडोमेंट स्वर्ण पदक, सात एंडोमेंट पुरस्कार और 59 रजत पदक भी प्रदान किये गये. कुल 93 अंतरराष्ट्रीय छात्रों को स्नातक डिग्रियां प्रदान की गयीं. इस वर्ष एनआइटी राउरकेला से कुल 457 (ग्रेजुएटिंग स्टूडेंट्स का 22 प्रतिशत से अधिक) छात्राएं ग्रेजुएट हुई हैं. इनमें 208 बैचलर प्रोग्राम, 186 मास्टर प्रोग्राम और 63 पीएचडी प्रोग्राम से हैं.
शिक्षा राष्ट्र की प्रगति की नींव, एनआइटी राउरकेला इस यात्रा का मुख्य स्तंभ: काओले
बतौर मुख्य अतिथि महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक उदय ए काओले ने कहा कि शिक्षा राष्ट्रीय प्रगति की नींव है और एनआइटी राउरकेला जैसे संस्थान इस यात्रा में महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. छात्रों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि परिवर्तन के अनुरूप ढलें, अपने मूल्यों में स्थिर रहें और हमेशा समाज को कुछ लौटाने का प्रयास करें. आप अनंत संभावनाओं से भरी दुनिया में कदम रख रहे हैं, इसका भरपूर लाभ उठायें. उन्होंने कहा कि एनआइटी राउरकेला के इतने ऊर्जावान और प्रतिभाशाली युवाओं के बीच होना मेरे लिए गर्व की बात है. जब मैं सपनों से भरे एक छात्र से एक प्रमुख सार्वजनिक उद्यम का नेतृत्व करने तक की अपनी यात्रा पर विचार करता हूं, तो मैं आप सभी में वही चमक और संभावनाएं देखता हूं. आज का दिन आप सभी के लिए एक नये और चुनौतीपूर्ण अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है, जहां आपका ज्ञान, जिम्मेदारी, सत्यनिष्ठा और उद्देश्य के साथ प्रदर्शन में तब्दील होगा.
आपके सपने बड़े हों, मूल्य अडिग रहें और योगदान सार्थक हो : सुब्रह्मण्यन
एनआइटी राउरकेला के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एसएन सुब्रह्मण्यन ने ग्रेजुएटिंग क्लास के लिए अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि हम ऐसे युग में हैं, जिसे युवा शक्ति, नवाचार और असीम संभावनाओं ने परिभाषित किया है. एक तेजी से बदलती दुनिया में स्नातक बनते हुए आप परिवर्तन के निर्माता हैं. डिजिटल क्रांति, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता और उभरती तकनीकों में प्रगति से संचालित हो रही है, अपार संभावनाएं प्रदान करती है और सक्रिय पहल की मांग करती है. अनुकूलनशीलता, जीवन भर सीखते रहने की भावना और ईमानदारी को अपने मार्गदर्शक सिद्धांत बनायें. आपके सपने बड़े हों, आपके मूल्य अडिग रहें और आपके योगदान सार्थक हों. आपकी यह यात्रा हमेशा आपके अल्मा मेटर के लिए गर्व का कारण बनेगी. मैं आपकी अपार सफलता और संतोषपूर्ण जीवन के लिए शुभकामनाएं देता हूं.
विद्यार्थियों को सक्षम प्रोफेशनल और जिम्मेदार नागरिक बनाने में सफल रहा एनआइटी : प्रो राव
एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रो के उमामहेश्वर राव ने निदेशक की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि मैं 2024 के स्नातक वर्ग के दीक्षांत समारोह पर संस्थान की ओर से सभी को बधाई देता हूं. एनआइटी राउरकेला भारत के अग्रणी प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक है और संस्थान को इस बात का स्वाभिमान है कि यह विद्यार्थियों को सक्षम प्रोफेशनल और जिम्मेदार नागरिक बनाने में सफल रहा है. हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बी-टेक जैसे नये दौर के प्रोग्राम शुरू किये और हमारा अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी समुदाय बड़ा हो रहा है. हम अपने विद्यार्थियों को इस तरह तैयार कर रहे हैं कि वे तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य में सफलता का सिलसिला जारी रखें. एनआइटी राउरकेला अपने 20 शिक्षा विभागों के माध्यम से मुख्य विषयों से परे भी इंजीनियरिंग डिग्री प्रोग्रामों की बड़ी श्रृंखला पेश करता है, जिसमें खाद्य प्रसंस्करण, औद्योगिक डिजाइन, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग और जीवन विज्ञान आदि शामिल हैं.
टीएचइ एशिया रैंकिंग में इंजीनियरिंग में 19वां और एनआइटी में पहला स्थान मिला
निदेशक प्रो राव ने कहा कि यह हमारे लिए स्वाभिमान की बात है कि शिक्षा मंत्रालय ने एक बार फिर सीएसएबी-2025 और डीएएसए-2025 आयोजित करने की जिम्मेदारी दी. एनआइटी राउरकेला की राष्ट्रीय और वैश्विक रैंकिंग बेहतर हुई है. हमें टीएचइ एशिया रैंकिंग के अंदर इंजीनियरिंग में 19वां स्थान और एनआइटी में पहला स्थान मिला है. यह हमारा अधिक प्रभावशाली होना दर्शाता है. एनआइटी राउरकेला को प्रतिष्ठित पीएआइआर प्रोग्राम में हब इंस्टीट्यूशंस में से एक चुना गया है. इस प्रोग्राम के तहत चुना गया यह पूरे देश का एकमात्र एनआइटी है और पूर्वी भारत से चुना गया एकमात्र हब इंस्टीट्यूशन है. जहां तक पेटेंट की बात है एनआइटी राउरकेला के 160 प्रस्ताव दर्ज हैं, जिनमें साल 2024 के अंदर 26 पेटेंट प्रदान किये गये.
डिजिलॉकर में अपलोड किये जायेंगे डिग्री प्रमाणपत्र व ट्रांसक्रिप्ट: महापात्र
एनआइटी राउरकेला के 22वें दीक्षांत समारोह के प्रभारी प्रोफेसर शिवशंकर महापात्रा ने कहा कि डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण से काम करते हुए एनआइटी राउरकेला ग्रेजुएट हो रहे विद्यार्थियों को हार्ड कॉपी सुलभ कराने के अलावा डिजिलॉकर में उनके डिग्री प्रमाण पत्र और ट्रांसक्रिप्ट अपलोड करेगा. इससे विद्यार्थियों को अपनी डिग्री डिजिटल वॉलेट में रखने की सुविधा होगी और प्रिंटेड कॉपी लेने में भी कोई प्रशासनिक परेशानी नहीं होगी.
किस विभाग में कितने छात्रों को मिलीं डिग्रियां
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी :
1061 (200 छात्रा और 861 छात्र)बैचलर ऑफ ऑर्किटेक्चर :
21 (8 छात्रा और 13 छात्र)बी-टेक व एम-टेक डुअल डिग्री :
39 (01 छात्रा और 38 छात्र)इंटीग्रेटेड मास्टर ऑफ साइंस (5 वर्षीय) :
68 (10 छात्रा और 58 छात्र)मास्टर ऑफ साइंस :
180 (68 छात्रा और 112 छात्र)मास्टर ऑफ आर्ट्स :
06 (02 छात्रा और 04 छात्र)मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन :
43 (20 छात्रा और 23 छात्र)मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी :
469 (84 छात्रा और 385 छात्र)मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (रिसर्च) :
01 छात्राडॉक्टर ऑफ फिलॉसॉफी :
177 (63 छात्रा और 114 छात्र)93 अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों का एनआइटी से ग्रेजुएट होना रहा मुख्य आकर्षण
इस वर्ष के दीक्षांत समारोह का एक अन्य मुख्य आकर्षण विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों से 93 अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों (72 छात्र और 21 छात्रा) का ग्रेजुएट होना था. इनमें संयुक्त राज्य अमेरिका से 4, अफगानिस्तान से 5, श्रीलंका से 3, भूटान से 5, बांग्लादेश से 21, नेपाल से 30 तथा भारत से 25 अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) विद्यार्थी शामिल हैं.
इनको मिला विशिष्ट पूर्व विद्यार्थी पुरस्कार
22वें दीक्षांत समारोह का एक अन्य मुख्य आकर्षण एनआइटी राउरकेला के चार पूर्व विद्यार्थियों का विशिष्ट पूर्व विद्यार्थी पुरस्कार से सम्मानित किया जाना था इसमें शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र से प्रो सुकुमार मिश्रा (निदेशक, आइआइटी (आइएसएम) धनबाद, झारखंड, भारत), उद्योग और प्रबंधन क्षेत्र से इंजीनियर अशोक कुमार बासा (प्रबंध निदेशक, सीइएम इंजीनियर्स एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड), उद्यमिता और सार्वजनिक जीवन क्षेत्र से इंजीनियर आरएस राघवन (प्रबंध निदेशक, प्रोमैन इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड) और संस्थान के विकास में योगदान के लिए डॉ भारतेंदु देव (इलेक्ट्रिकल प्रमुख, कतरगैस नॉर्थ फील्ड एक्सपेंशन प्रोजेक्ट) शामिल रहे.
एनआइटी के इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल विजेताओं की सूची
-स्वयंशा राउतराय : बेस्ट ग्रेजुएट (बीटेक एंड बी-आर्क)-वर्षा वर्णाली दास : बेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट (एम-टेक)
-इस्तारी उदय किरण : बेस्ट पाेस्ट ग्रेजुएट (डुएल डिग्री बीटेक व एम-टेक)-प्रणय साहू : बेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट (इंटीग्रेटेड एमएससी)
-आकाश देवगन : बेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट (एमएससी व एमए)-सत्यजीत साहू : बेस्ट एमबीए-शिशिर खनाल : बेस्ट अंडर ग्रेजुएट प्रोजेक्ट (बीटेक व बी-आर्क)-वाघासिया राेमिन कुमार अश्विन भाई : बेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट प्रोजेक्ट (एमटेक व डुअल डिग्री)
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