Rourkela News: राउरकेला में 400 करोड़ रुपये की लागत से वंदे भारत डिपो का निर्माण किया जायेगा. साथ ही यहां पर कोचिंग कॉम्प्लेक्स भी बनाया जायेगा. राउरकेला दौरे के क्रम में दक्षिण-पूर्व रेलवे के जीएम अनिल मिश्रा ने राउरकेला स्टेशन में गुरुवार को प्रभात खबर से हुई बातचीत में यह जानकारी प्रदान की.
झारसुगुड़ा स्टेशन काे विकसित करने के लिए 85 कराेड़ रुपये खर्च किये जायेंगे
श्री मिश्रा बताया कि राउरकेला स्टेशन की रिमाडलिंग पर 90 करोड़ रुपये तथा झारसुगुड़ा स्टेशन की रिमाडलिंग पर 85 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी. राउरकेला में फिफ्थ रेल लाइन का काम प्रगति पर है. इसका काम इसी आर्थिक वर्ष (2025-26) के अंदर पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है. अपने एक दिवसीय दौरे को लेकर जीएम मिश्रा ने प्रभात खबर को बताया कि झारसुगुड़ा से राउरकेला तक रियर विंडो इंस्पेक्शन किया गया है. इस दौरान महत्वपूर्ण स्टेशन राजगांगपुर और पानपोष का निरीक्षण किया. इस लाइन में अमृत स्टेशन का काम चल रहा है. इसका उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है. इसका निरीक्षण करने के साथ राउरकेला में पांचवीं लाइन के निर्माण के काम को लेकर भी निरीक्षण किया गया है. इस निरीक्षण के दौरान चक्रधरपुर रेल मंडल डीआरएम तरुण हुरिया, जीएम के सचिव मनीष पाठक समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे. यहां निरीक्षण करने के बाद जीएम अपनी स्पेशल सैलून से शालीमार रवाना हुए.
एसआरपी कार्यालय के कर्मचारियों की असुविधा से रेलवे जीएम को कराया गया अवगत
पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय ने एसआरपी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को हो रही परेशानी से रेलवे जीएम अनिल मिश्रा का ध्यान आकर्षित कराया है. गुरुवार को राउरकेला रेलवे स्टेशन के दौरे पर पहुंचे जीएम से मिलकर दिलीप राय की ओर से उनके प्रतिनिधि माणिक चौधरी ने यह ज्ञापन सौंपा है. जीआरपी शाखा एसोसिएशन, राउरकेला के अध्यक्ष एवं सचिव की ओर से दिलीप राय को दिये गये मांग पत्र के प्रकाश में यह ज्ञापन सौंपा गया है. इसमें बताया गया है कि लगभग 60 (साठ) कर्मचारियों वाला एसआरपी कार्यालय रेलवे कॉलोनी स्थित एक पुराने रेलवे क्वार्टर, डी-1 और डी-2 में कार्यरत है. जिसका समय की मांग को देखते हुए पुनर्निर्माण किया जाना आवश्यक है. इस संबंध में कार्यालय के दोनों क्वार्टरों के बीच पेवर टाइल्स लगाने का सुझाव दिया गया है, ताकि जलभराव से बचा जा सके और लोगों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सके. इसके अलावा आगंतुकों की सुविधा के लिए बैठने की व्यवस्था, स्टील बैरिकेडिंग और महिला कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त क्वार्टरों का प्रावधान कुछ अन्य आवश्यकताएं हैं, जिन पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है. दिलीप राय ने इस ज्ञापन के माध्यम से रेलवे जीएम से अनुरोध किया है कि वे उपरोक्त समस्याओं का संज्ञान लें और एसआरपी कार्यबल की समस्याओं को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई करें.
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