Bhubaneswar News: उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर कम दबाव का क्षेत्र बनने और इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण धीरे-धीरे उत्तरी ओडिशा में पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने रविवार को पूर्वानुमान जताया कि अगले 24 घंटों के दौरान (सोमवार को) ओडिशा के चार जिलों में गरज और तेज हवा के साथ बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
आइएमडी ने सुंदरगढ़, मयूरभंज, क्योंझर और बालेश्वर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ छींटे पड़ने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना व्यक्त की है. वहीं छह जुलाई तक के लिए राज्य के कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, देवगढ़, संबलपुर, झारसुगुड़ा, अनुगूल, ढेंकनाल, जाजपुर और भद्रक जिलों में एक या दो स्थानों पर बहुत भारी वर्षा, गरज के साथ छींटे और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है. यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं नुआपाड़ा, बलांगीर, सुवर्णपुर, कालाहांडी, कंधमाल, गंजाम, बरगढ़, केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, नयागढ़, बौध, खुर्दा, पुरी और गजपति जिलों में एक या दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवा के साथ भारी वर्षा, गरज और बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
ओडिशा सरकार ने बालेश्वर जिले में बाढ़ की चेतावनी जारी की
ओडिशा के उत्तरी हिस्से में बाढ़ के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार को बालेश्वर जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा, क्योंकि क्षेत्र की कई बड़ी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने चेतावनी दी कि बुढ़ाबलंग, सुवर्णरेखा, जलाका और सोनो समेत कई नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है और सोमवार तक बाढ़ आ सकती है. जमीनी स्तर पर स्थिति की निगरानी करने तथा बाढ़ प्रबंधन में सहायता के लिए बालेश्वर में एक प्रधान अभियंता तथा एक मुख्य अभियंता को तैनात किया गया है. रविवार को अपराह्न चार बजे राजघाट में सुवर्णरेखा नदी 8.41 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के निशान 10.36 मीटर के करीब है. गोविंदपुर में बुढ़ाबलंग नदी का जलस्तर 6.94 मीटर दर्ज किया गया, जबकि 8.13 मीटर उसके खतरे का निशान है.खतरे के निशान के ऊपर बह रही जलका नदी
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मथानी में जलाका नदी पहले ही अपने खतरे के स्तर को पार कर चुकी है और वह 6.50 मीटर के लाल निशान के मुकाबले 6.65 मीटर पर बह रही है. एक अधिकारी ने कहा कि इसी पृष्ठभूमि में, सुवर्णरेखा में आधी रात में 11.25 मीटर, सोमवार को सुबह नौ बजे बुधबलंगा नदी में 8.20 मीटर और रविवार को शाम छह बजे जलाकट नदी में 6.82 मीटर पर बाढ़ आने की आशंका है. उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग में राज्य बाढ़ प्रकोष्ठ चौबीसों घंटे काम कर रहा है और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि बालेश्वर के जिलाधिकारी को लोगों को बाढ़ संभावित क्षेत्रों से बाहर निकालने और राहत कार्य में तेजी लाने के लिए सतर्क कर दिया गया है.ब्राह्मणी में पानी का बहाव देखने उमड़ी भीड़
झारखंड में भारी बारिश के कारण कोयल और शंख नदी में जल प्रवाह बढ़ गया है. ये दोनों नदियां राउरकेला में ब्राह्मणी नदी में मिलती हैं. जिससे ब्राह्मणी नदी का पानी का बहाव तेज हो गया है. रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण भारी संख्या में लोग पानी का बहाव देखने के लिए नदी के किनारे पहुंचे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है