Rourkela News: छेंड कॉलोनी स्थित बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम का निर्माण होने के बाद यहां की सुरक्षा के लिए भुवनेश्वर की पेरिग्रीन संस्था की ओर से सुरक्षा गार्डों को नियोजित किया गया था. नियुक्ति के लिए सभी से 15-15 हजार रुपये की सिक्युरिटी मनी भी ली गयी थी. लेकिन बुधवार को यहां के 57 गार्डों का तबादला राज्य से बाहर कर दिया गया है, जबकि 17 का तबादला राज्य के अंदर किया गया है. इन 57 गार्डों का तबादला कंपनी की ओर से चेन्नई, बेंगलुरु तथा हैदराबाद में किया गया है. जिससे इन सुरक्षा गार्डों ने स्टेडियम के गेट के समक्ष प्रदर्शन किया तथा कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की.
सिक्योरिटी मनी वापस करने, फाइनल सेटलमेंट प्रदान करने की मांग
प्रदर्शन में शामिल सुरक्षा गार्डों के समर्थन में इंटक नेता निहार दास भी पहुंचे. इन गार्डों का आरोप है कि पहले उन्हें बताया गया था कि उनका काम यहां खत्म हो गया है. लेकिन इसका विरोध करने से कंपनी की ओर से बताया गया कि उन्हें निकाला नहीं गया है, बल्कि तबादला किया गया है. जबकि इन 57 सुरक्षा गार्डों का तबादला राज्य से बाहर करने पर उन्होंने इसका विरोध किया है. उनका कहना है कि सभी की अपनी-अपनी समस्याएं हैं. किसी के पिता बीमार हैं, तो किसी की पत्नी की डिलीवरी है. वैसे में वे उन्हें छोड़कर बाहर कैसे जा सकते हैं. जिससे उन्होंने मांग है कि उन्हें 15 हजार रुपये की सिक्योरिटी मनी वापस करने के साथ फाइनल पेमेंट के एवज में बोनस, इएसआइ, पीएफ को मिलाकर जितनी भी राशि बनती है, उसे प्रदान किया जाये.
इंटक नेता से कंपनी के अधिकारियों की हुई तीखी बहस
इस दाैरान इंटक के नेता निहार दास ने कंपनी के अधिकारी से इस मुद्दे पर बातचीत की. उनकी कंपनी के अधिकारियों से तीखी बहस होने की सूचना है. इस घटना के बाद राज्य खेल विभाग से जुड़े अधिकारी कालू चरण चौधरी ने बताया कि जिन लोगों का ओडिशा के अंदर तबादला हुआ है, उन्हें वहां पर जाकर ज्वाइन करना पड़ेगा. लेकिन जिनका तबादला राज्य से बाहर हुआ है. उन्हें राज्य के नजदीकी जिलों में ही नियोजित करने को लेकर प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए सरकार की ओर से संबद्ध कंपनी को निर्देश भी जारी किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है