Rourkela News: राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड की निदेशक मंडली की एक बैठक दो दिन पूर्व वर्चुअल माध्यम से आयोजित हुई. इसमें स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गयी. राज्य की विकास आयुक्त अनु गर्ग, विभाग की प्रधान सचिव उषा पाढ़ी, सुंदरगढ़ जिलापाल, आरएमसी आयुक्त और कई वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल थे. इसमें बताया गया कि सभी अधूरी परियोजनाएं जल्द ही पूरी हो जायेंगी और चालू हो जायेंगी.
विपक्षी दलों के नेताओं ने काम की गुणवत्ता को लेकर साधा निशाना, जांच की मांग की
शहर के विभिन्न दलों के राजनेताओं ने स्मार्ट सिटी परियोजना के काम पर सवाल उठाये हैं. उनका कहना है कि विभागीय अधिकारी परियोजनाओं के बारे में जो कह रहे हैं, वास्तविक तस्वीर उससे बिल्कुल अलग है. पिछले कुछ दिनों में जितने भी प्रोजेक्ट पूरे हुए हैं, उनमें से ज्यादातर का काम निम्न गुणवत्ता का है. शहरवासियों का कहना है कि लगातार बारिश में शहर विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है. ऐसे में यह कौन सी स्मार्ट सिटी है.
तीन माह में काम पूरा करने की कही गयी थी बात, छह माह बाद भी परियोजनाएं अधूरी
कुछ महीने पहले आरएमसी की समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारी ने कहा था कि अधूरी परियोजनाओं का काम तीन महीने में पूरा कर लिया जायेगा. इस बीच समीक्षा बैठक हुए छह महीने से अधिक समय बीत चुका है. कोयलनगर रिक्रियेशनल पार्क का काम खत्म नहीं हो रहा है. साथ ही राउरकेला शहर में बढ़ती आबादी को देखते हुए बिसरा चौक स्थित नये बस स्टैंड और टिस्को तालाब का जीर्णोद्धार करने की बात कही गयी है. लेकिन यह काम कब पूरा होगा, इसकी कोई निश्चित अवधि तय नहीं की गयी है. इसके अलावा बिरसा मुंडा स्टेडियम का जीर्णोद्धार कार्य 146.55 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है. वहां एक मल्टी-कार पार्किंग स्थल भी बनाया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसका उद्घाटन किया था. यह आज तक चालू नहीं हुआ है. हनुमान वाटिका चौक से ट्रैफिक गेट चौक तक 17.93 करोड़ रुपये की लागत से सड़क सौंदर्यीकरण का काम कैसे हुआ, यह सभी भली-भांति जानते हैं. शहर के प्रवेश द्वार पानपोष में 50.59 करोड़ रुपये की लागत से बने मार्केट कॉम्प्लेक्स में कुछ जगहों पर पानी भरने की व्यापारियों ने शिकायत की है.स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, नया बस स्टैंड और टिस्को तालाब का होना है जीर्णोद्धार
कोयल नगर में निर्माणाधीन बड़े मनोरंजन पार्क परियोजना का काम वर्षों से चल रहा है. कुछ महीने पहले आरएमसी की समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारी ने कहा था कि यह तीन महीने में पूरा हो जायेगा. लेकिन छह माह बाद भी पार्क बनकर तैयार नहीं हो पाया है. अब स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, नया बस स्टैंड और बनने वाले टिस्को तालाब के जीर्णोद्धार की परियोजना पर काम होने वाला है. इसके अलावा बिसरा चौक में नया बस स्टैंड और राउरकेला शहर में बढ़ती आबादी को देखते हुए टिस्को तालाब के जीर्णोद्धार की बात निदेशक मंडली की बैठक में कही गयी है. लेकिन यह सभी परियोजनाएं कब तक पूरी हो पायेंगी, इसका पता तो आगामी दिनों में ही चलेगा.विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
बीजद के वरिष्ठ नेता बीरेन सेनापति ने कहा कि स्मार्ट सिटी की घोषणा को 10 साल हो गये हैं. शहर की बुनियादी समस्याओं को कोई महत्व नहीं दिया गया है. स्मार्ट सिटी की अवधि समाप्त हो चुकी है. अधिकतर अधिकारियों का तबादला हो चुका है. इसलिए अधिकारियों को स्पष्ट करना चाहिए कि स्मार्ट सिटी परियोजना की अवधि है या नहीं. स्मार्ट सिटी बनने के बाद से निदेशक मंडल की कितनी बार बैठक हुई, यह कोई नहीं जानता. वहीं कांग्रेस नेता बीएन पटनायक ने कहा कि राउरकेला वन प्रोजेक्ट पांच साल से निर्माणाधीन है. जब बारिश होती है, तो पूरा शहर पानी-पानी हो जाता है. यही स्थिति कोयलनगर में निर्माणाधीन बिग रिक्रिएशनल पार्क परियोजना की है. ऐसा लगता है कि सरकार बदलने के बाद काम रुक गया है. पैसे का सही तरीके से निवेश नहीं किया गया है. इसकी जांच किये जाने की जरूरत है.
परियोजनाएं पूरी होने के बाद विभागीय मंत्री करेंगे समीक्षा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता धीरेन सेनापति ने कहा कि सभी परियोजनाएं बीजद सरकार के दौरान शुरू की गयी थीं. सभी परियोजना कार्य पूरे किये जायेंगे. अगर काम ठीक से नहीं हुआ है, तो विभागीय मंत्री इसकी समीक्षा करने के बाद निश्चित रूप से कदम उठायेंगे. वहीं रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती ने कहा कि सभी परियोजनाओं का काम तय समय में पूरा होना चाहिए. काम ठीक से नहीं होने के कारण शहर में बाढ़ की स्थिति देखी गयी. इस संबंध में जल्द ही विभागीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करायेंगे.
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