Rourkela News: राउरकेला प्लेस ऑफ सेफ्टी यानी बाल सुधार गृह में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है. प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधीक्षक उमेश कुमार साबत ने आरोप लगाया है कि बच्चों के दूध से लेकर खाना तक में कटौती कर राउरकेला जेल के अधिकारी अपनी जेब भर रहे हैं. इन आरोपों की जांच पानपोष उपजिलापाल विजय कुमार नायक ने गुरुवार को की.
मेरे पास आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत : अधीक्षक
श्री साबत ने मीडिया को दिये बयान में राउरकेला जेल के सुपरिटेंडेंट जीवन सिंह मुंडा, अधिकारी श्रीवंत जेना और राउरकेला प्लेस ऑफ सेफ्टी की महिला कर्मचारी हरमन कौर परदेसी पर संगीन आरोप लगाये है. उन्होंने कहा कि आरोपों को साबित करने के लिए उनके पास पर्याप्त सबूत हैं. उन्होंने सब कलेक्टर और डीसीपीओ को भी इसकी जानकारी दी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
कुछ दिनों पहले थी शिकायत, कर दिया गया था समाधान
दूसरी ओर बुधवार को प्लेस ऑफ सेफ्टी के बच्चों ने उमेश कुमार साबत को वापस लाने की मांग पर बवाल काटा और आग जलाकर प्रदर्शन किया. वहीं राउरकेला प्लेस ऑफ सेफ्टी में चल रहे विवाद को लेकर गुरुवार को पानपोष उपजिलापाल विजय कुमार नायक ने निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने बताया कि बच्चों में खाने-पीने के सामान को लेकर कोई शिकायत नहीं है. उन्होंने लिखित में यह बात बतायी है. कुछ दिनों पहले खाने-पीने में शिकायत थी, जिसका समाधान कर दिया गया था.
अधीक्षक के खिलाफ की गयी जांच, रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई : विजय कुमार नायक
पानपोष उपजिलापाल ने बताया कि उमेश कुमार साबत पर आरोप है कि वह बिना रेफरेंस के एक कनविक्टेड बच्चे को लेकर मेडिकल के लिए बाहर गये थे. उसे सरकारी अस्पताल लेकर जाना था, लेकिन प्राइवेट में दिखाया गया. इसकी जांच बुधवार को की गयी. पानपोष उप जिलापाल ने बताया कि जांच के बाद जैसी रिपोर्ट आयेगी, उसी के अनुसार कार्रवाई की जायेगी. यदि आरोप सच पाये गये, तो उमेश कुमार साबत के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल उन्हें अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि उन्हें आशंका है कि वे बच्चों को भड़काने का प्रयास कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है