Sambalpur News: दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्र का काफिला गुरुवार दोपहर बामड़ा स्टेशन में करीब आधे घंटे तक रुका. स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद जीएम ने स्पेशल सैलून में दोपहर का भोजन किया. भोजन के बाद सैलून के पीछे लगे निरीक्षण कोच में बैठकर राउरकेला की ओर रवाना हो गये. इस दौरान बामड़ा रेल एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अनुभव लाठ, सचिव विष्णु अग्रवाल, बामड़ा नागरिक कमेटी के सचिव ज्योति कुमार लाठ, राहुल साहू और अन्य सचेतन नागरिकों ने जीएम अनिल मिश्र से मुलाकात कर अंचल की रेल समस्याओं को लेकर चर्चा की.
जीएम ने मांगों पर प्रभावी पहल का दिया भरोसा
बामड़ा पूर्वी रेल फाटक के नजदीक प्रस्तावित अंडर पास, कांटाबांजी इस्पात एक्सप्रेस का ठहराव बहाल करने, बामड़ा स्टेशन में गंदगी, कूड़े-कचरे के अंबार, टूटे प्लेटफॉर्म, स्टेशन में रोशनी और पीने के पानी की सुविधा, स्टेशन का विकास और सौंदर्यीकरण, लाल मिर्ची बुकिंग सुविधा बहाल करने और अन्य प्रसंगों पर चर्चा हुई. इसके अलावा बामड़ा के गणेशनगर में रेलवे की सड़क पर स्क्रैप जमा किये जाने से हो रही परेशानी से भी अवगत कराया गया. जीएम ने इसपर पहल करने का भरोसा दिया. जीएम के सचिव मनीष पाठक, चक्रधरपुर डीआरएम तरुण हुरिया और अन्य आला अधिकारी मौके पर उपस्थित थे.
रेलवे महाप्रबंधक के राजगांगपुर दौरे पर उठा पार्किंग का मुद्दा
दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा गुरुवार को अमृत भारत योजना की समीक्षा करने राजगांगपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. स्टेशन पर चल रहे विभिन्न कार्यों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया. राजगांगपुर स्टेशन की विभिन्न मांगों को लेकर राजगांगपुर डेवलपमेंट फोरम की ओर से आशीष शतपथी, सुनील परसरामका तथा अनूप अग्रवाल ने ज्ञापन सौंपा. जिसमें मुख्य रूप से दो मांगों को रखा गया. बताया गया कि पुराने फुट ओवरब्रिज को बंद कर होटल गिनी पैलेस के पास बनाये गये नये फुट ओवरब्रिज को खोले जाने के बाद यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ब्रिज से मुख्य सड़क तक गाड़ियों के जाने-आने के लिए रास्ता काफी संकरा है तथा दो पहिया गाड़ी, कार तथा टेंपो रखने के लिए पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने से काफी दिक्कत है. इसलिए माल गोदाम को तोड़ कर नये फुट ओवरब्रिज से पुराने फूट ओवरब्रिज तक एक सड़क बनाने की मांग फोरम द्वारा की गयी. दूसरी मांग में अंडर पास या रैंप बनाये जाने को लेकर वर्तमान फाटक एलसी- 222 के एवज में एक ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है, जिसके 2026 के अंत तक बन कर तैयार होने की संभावना है. रेलवे के नियम के मुताबिक ओवर ब्रिज चालू होने पर रेलवे फाटक को बंद कर दिया जायेगा, ऐसा होता है तो रेल लाइन के उस पार चार वार्ड व अनेक पंचायतों के लोगों को शहर की ओर फाटक से 100 मीटर की दूरी पर स्थित अस्पताल व बाजार जाने के लिए तीन से चार किलोमीटर घूम कर आना पड़ेगा. इसलिए फोरम की ओर से वर्तमान फाटक से सटा कर एक अंडर पास या फिर रैंप बनाने की मांग की गयी है. महाप्रबंधक ने दोनों मांगों को गंभीरता से लेते हुए इन पर उचित कदम उठाने का भरोसा दिया है.
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