Rourkela News: राउरकेला समेत पूरे सुंदरगढ़ जिले में सोमवार को वट सावित्री पूजा का त्योहार धूमधाम से मनाया जायेगा. इस अवसर पर सुहागिनें पति की लंबी आयु और सुखद दांपत्य जीवन के लिए निर्जला व्रत रखेंगी. महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करेंगी और सावित्री-सत्यवान की कथा सुनेंगी. इस व्रत की तैयारी के लिए रविवार को बाजार में काफी भीड़ देखी गयी.
21 फलों का सेट खरीदने की दिखी उत्सुकता
राउरकेला मुख्य मार्ग के डेली मार्केट, ट्रैफिक गेट मार्केट, बिसरा चौक फल मंडी, आमबागान, सेक्टर-18 डेली मार्केट, सेक्टर-19 गजपति मार्केट व झारखंड मार्केट समेत पानपोष, बंडामुंडा, वेदव्यास, लाठीकटा, बिरमित्रपुर व अन्य स्थानों पर सावित्री पूजा को लेकर बाजार सजा रहा. यहां पर फल-फूल के साथ व्रत में लगने वाले 21 फलों के सेट की बिक्री हो रही थी. जिसमें कहीं पर 21 तरह के फलों को मिलाकर 20 रुपये में सेट बेचा जा रहा था, तो कहीं पर इसे 100 रुपये में आधा किलो बेचा जा रहा था. वट सावित्री व्रत के दिन महिलाएं व्रत के नियमों का पालन करेंगी. वे निर्जला उपवास रखेंगी और लाल रंग के वस्त्र धारण कर 16 शृंगार करेंगी.
अखंड सौभाग्य का प्रतीक है वट सावित्री व्रत
वट सावित्री व्रत का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है. यह व्रत अखंड सौभाग्य का प्रतीक है . महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए यह व्रत रखती हैं. इस दिन वट वृक्ष की पूजा और परिक्रमा करने से महिलाओं को विशेष लाभ होता है. मान्यता है कि इसी दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी. राउरकेला शहर में वट सावित्री पूजा का त्योहार बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाया जायेगा. सुहागिनें अपने परिवार के साथ मिलकर पूजा की तैयारी में जुट गयी हैं. वहीं रविवार को व्रत के नियमों का पालन किया. इस त्योहार के माध्यम से महिलाएं अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को दर्शाती हैं.बाजार में फलों की कीमत
आम- 100 से 150 रुपये किलो, अंगूर-150 से 240 रुपये किलो, सेब-200 से 300 रुपये किलो, लीची-300 रुपये किलो, खरबूजा-80 से 100 रुपये किलो, पीयर्स- 700 रुपये किलो, चेरी का डिब्बा- 400 रुपये, केला- 50 से 60 रुपये दर्जन.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है