Rourkela News: शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रातों-रात करोड़पति बनने का झांसा देकर एक शिक्षक समेत तीन लोगों से 20 लाख रुपये से अधिक की ठगी की शिकायत राउरकेला साइबर थाना में दर्ज करायी गयी है. शिक्षक की लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू की. शुरुआती जांच में तीन-चार राज्यों में इस ठगी के नाम पर खोले गये पांच से ज्यादा खातों को फ्रीज कर दिया गया है. पुलिस को पता चला है कि यह ठगी इंदौर से जुड़ी है.
कंपनी से एक युवती ने किया फोन, दिया लालच
शिकायत के मुताबिक, रोशनी नाम की एक युवती ने गुरुंडिया निवासी एक शिक्षक और दो अन्य युवकों को फोन कर शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर लाखों रुपये कमाने का लालच दिया. उसने महाबीर ट्रेडर्स नामक कंपनी में खाता खुलवाने और 10 हजार रुपये जमा करने को कहा. युवती की बातों में आकर शिक्षक और दो अन्य युवकों ने 10 हजार रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक जमा करा दिये. धोखाधड़ी करने वाली फर्म ने केवल 2/3 लाख रुपये का भुगतान किया और शिक्षक और अन्य दो युवकों के बाकी पैसे और मुनाफा नहीं लौटाया. यह धोखाधड़ी महीनों तक चलती रही. बाद में शिक्षक और अन्य युवकों को जब एहसास हुआ कि वे ठगी के शिकार हुए हैं, तो उन्होंने राउरकेला साइबर थाने में शिकायत दर्ज करायी.
कंपनी के सरकार से अनुमोदित होने की कही गयी थी बात
शिक्षक की शिकायत के अनुसार, रोशनी नाम की युवती ने उसे कॉल करके बताया कि वह ट्रेडिंग में हर महीने लाखों रुपये कमा सकते हैं. पहले तो शिक्षक ने ठगी के डर से युवती का फोन काट दिया. लेकिन युवती हर हफ्ते अलग-अलग नंबरों से उसे कॉल कर ट्रेडिंग करने का दबाव बनाती रही. उसने शिक्षक के मेल पर कई कागजात भेजे, जिसमें कहा गया था कि जिस कंपनी में वह पैसा लगायेगा, वह सरकार द्वारा अनुमोदित है. शिक्षक द्वारा पैसा लगाने के लिए हामी भरने के बाद युवती ने उसे किसी दूसरे शख्स से बात करायी. जिसके कहने पर शिक्षक ने एक खाता खोला.
कई चरणों में जमा किये 15,43,000 रुपये, नहीं लौटायी गयी राशि
सबसे पहले शिक्षक ने 10,000 रुपये जमा किये. शिक्षक को 500 रुपये का लाभ हुआ. दूसरी किस्त में शिक्षक ने 20,000 रुपये जमा किये. कंपनी से उन्हें 2,500 रुपये का लाभ हुआ. तीसरी किस्त में उन्होंने 56,000 रुपये जमा किये. इससे उन्हें 5,000 रुपये का लाभ हुआ. इस तरह शिक्षक ने कुल 15,43,000 रुपये जमा कर दिये. बाद में, फर्जी कंपनी के अधिकारी ने शिक्षक को बताया कि मूलधन और लाभ मिलाकर 50,000 रुपये जमा कर दिये गये हैं. लेकिन बाद में, मूलधन और लाभ का भुगतान नहीं किया. जिसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ.
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