Rourkela News: जुलाई से सितंबर 2025 के बीच सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के जीवनसाथियों के लिए सिविक सेंटर में ‘रोशनी : सक्षम साथी’ नामक परामर्श कार्यशाला आयोजित की गयी. मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (यूटिलिटीज एवं पर्यावरण) हीरालाल महापात्र थे, जबकि महा प्रबंधक (एचआर-परियोजना, सीएलसी, टीएंडएम) जीआर दास सम्मानित अतिथि थे.
जीवनसाथियों को नये चरण को अपनाने और उसमें ढलने में सहायता करें
श्री महापात्र ने प्रतिभागियों को उनके जीवनसाथियों को दिये गये दृढ़ समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उनसे आग्रह किया कि वे इस भावना को सेवानिवृत्ति में भी जारी रखें तथा अपने जीवनसाथियों को जीवन के इस नये चरण को अपनाने और उसमें ढलने में सहायता करें. इस अवसर पर श्री दास ने जीवनसाथियों को सेवानिवृत्त कर्मचारियों का सहयोग करने और उनके साथ सहानुभूति रखने का आग्रह किया, ताकि सेवानिवृत्ति के बाद अपने जीवन में उन्हें एक सहज और सकारात्मक बदलाव से निबटने में मदद मिल सके. सत्र विशेषज्ञ (आर्ट ऑफ लिविंग) बलबिंदर कौर द्वारा ‘सेवानिवृत्ति के बाद जीवन के एक नये चरण में सहज बदलाव के लिए जरूरी मानसिकता’ पर एक सत्र लिया गया, जबकि सहायक महा प्रबंधक (वित्त एवं लेखा) पप्पू कुमार ने वित्तीय सुरक्षा योजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया.
सार्थक जीवन के लिए समग्र दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के बारे में की बात
सहायक महा प्रबंधक (टीइ-उद्यानकृषि) पुरुषोत्तम साहू ने सेवानिवृत्ति के बाद की व्यस्तता पर सुझाव साझा किये, जबकि अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी (ओएचएससी) डॉ एस कुमार ने ‘एक सार्थक जीवन के लिए अच्छे स्वास्थ्य, कल्याण और समग्र दृष्टिकोण को सुनिश्चित करने’ के बारे में बात की. सहायक प्रबंधक (एचआर) एसपी माझी ने सभा का स्वागत किया और धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यशाला का संचालन सहायक महा प्रबंधक (मानव संसाधन) ज्योति ओड़या द्वारा श्रम निरीक्षक केके परिडा और एचआर-इआरएवंसी ने टीम के सहयोग से किया गया. उल्लेखनीय है कि, यह कार्यशाला नियमित अंतराल पर आयोजित की जाती है, जिसमें सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के पुत्रों के साथ जीवनसाथियों को शामिल किया जा रहा है.आरएसपी के सिलिकॉन स्टील मिल में गैस सुरक्षा पर मॉक ड्रिल आयोजित
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सिलिकॉन स्टील मिल में गैस सुरक्षा पर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य गैस रिसाव से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों को बढ़ाना था. ड्रिल में विशेष रूप से मिल के अमोनिया प्लांट में गैस रिसाव पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो वैधानिक आवश्यकताओं के अनुसार है. इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी (एसएसएम) सीआर मिश्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. इस अभ्यास में तीन टीमों यानी भिडंत दल, बचाव दल और सहायक दल की सक्रिय भागीदारी शामिल थी. इन टीमों में सिलिकॉन स्टील मिल, सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग, अग्निशमन सेवा, इएमडी, ओएचएससी और परिवहन विभाग के सदस्य शामिल थे. मॉक ड्रिल में विशेष रूप से विभिन्न एजेंसियों के प्रतिक्रिया समय और गैस रिसाव से संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के पालन का आकलन किया गया. कार्यात्मक प्रमुखों और संबंद्धित इकाइयों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में विस्तृत विश्लेषण और मूल्यांकन किया गया, जिसमें ताकत और सुधार के क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया. उल्लेखनीय है कि आरएसपी नियमित रूप से रणनीतिक इकाइयों में इस तरह के मॉक ड्रिल का आयोजन करता है, ताकि उच्च स्तर की तैयारी बनाये रखी जा सके और उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है