Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के इस्पात जनरल अस्पताल में शनिवार को विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर एक समारोह आयोजित किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ जेके आचार्य ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरआर मोहंती तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रतिभा षाड़ंगी सम्मानित अतिथि थे. अन्य विशिष्ट अतिथियों में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा विभागाध्यक्ष (पैथोलॉजी) डॉ अरुणा मुक्ति मिंज, अध्यक्ष (आस्था-द फेथ) विष्णु मोहन मिश्रा, प्रबंध ट्रस्टी (जीवन ज्योति) मोतीलाल महंत शामिल थे. कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्यों ने दीप प्रज्ज्वलित कर तथा रक्त समूहों के वर्गीकरण की आधुनिक प्रणाली विकसित करने वाले डॉ कार्ल लैंडस्टीनर को श्रद्धांजलि अर्पित करके की.
युवाओं को बार-बार रक्तदान करने के लिए किया प्रोत्साहित
डॉ आचार्य ने बताया कि किस तरह प्रत्येक रक्तदान रोगियों और उनके परिवारों को आशा प्रदान करता है, जिससे एकजुटता और करुणा का भाव पैदा होता है. उन्होंने मानवता के प्रति बहुमूल्य सेवा प्रदान करने के लिए रक्तदाताओं को धन्यवाद दिया तथा सभी से युवा रक्तदाताओं को बार-बार रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया. डॉ अरुणा मुक्ति मिंज ने रक्तदान के महत्व, आइजीएच की भूमिका, पिछले वर्ष रक्तदान से संबंधित आंकड़े, रक्त आधान केंद्र की पहल और चुनौतियों पर चर्चा की. सलाहकार (रक्त आधान केंद्र-आइजीएच) डॉ पंकज कुमार दास ने इस वर्ष के विषय वस्तु ‘रक्त दें, आशा दें: साथ मिलकर हम जीवन बचाएंं’ पर विस्तार से बताया. उन्होंने स्वैच्छिक रक्तदान के जीवन-रक्षक प्रभाव और जरूरतमंद लोगों का समर्थन करने के लिए समुदायों की सामूहिक जिम्मेदारी को रेखांकित किया. अन्य मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी इस नेक काम में योगदान देने के लिए रक्तदाताओं को धन्यवाद दिया.
सबसे अधइक रक्तदान करने वाले विभाग और एजेंसियां सम्मानित
समारोह के दौरान डॉ आचार्य ने नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान, अग्निशमन सेवा विभाग और सद्भावना लाखे घर समाज, राउरकेला को वर्ष का सबसे अधिक रक्तदान करने वाले विभागों और एजेंसियों के रूप में सम्मानित किया. इस अवसर पर पूर्वायोजित वाद-विवाद प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों को भी पुरस्कृत किया गया. प्रारंभ में विष्णु मोहन मिश्रा ने सभा का स्वागत किया. समारोह का समापन महासचिव (आस्था-द फेथ) आलोक जेना द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. इसके बाद आइजीएच के रक्त आधान केंद्र में एक सप्ताह तक चलने वाला रक्तदान शिविर का शुभारम्भ हुआ. शिविर का आयोजन रक्त आधान केंद्र, आइजीएच, आस्था-द फेथ और जीवन ज्योति सामाजिक सेवा संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है. प्रत्येक रक्तदाता को सम्मान प्रमाण पत्र और स्मृति चिह्न भेंट किये जा रहे हैं. शिविर के पहले दिन 22 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया. इस समारोह में कई वरिष्ठ चिकित्सक, संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी, आइजीएच के कर्मचारी तथा सामाजिक संगठनों के स्वेच्छाकर्मी शामिल हुए.
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