26.3 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Explainer: सोसायटी रजिस्ट्रेशन की तरह पुलिस भी करती है गैंग रजिस्ट्रेशन, यह है प्रक्रिया

सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन में जिस प्रकार से उस संस्था का एक नाम दिया जाता है, उसका एक अध्यक्ष और बाकी सब सदस्य होते हैं. पुलिस विभाग द्वारा विभिन्न अपराधों में संलिप्त अपराधियों को चिन्हित कर प्रत्येक गैंग का गैंगस्टर एक्‍ट के तहत मुकदमा पंजीकृत करने के साथ अलग से उस गैंग का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है.

Aligarh News: आपने किसी सोसाइटी, एनजीओ, संस्था, फर्म, कंपनी के रजिस्ट्रेशन के बारे में तो सुना होगा, परंतु पुलिस विभाग द्वारा किए जाने वाले एक रजिस्ट्रेशन के बारे में नहीं सुना होगा, जिसे गैंग का रजिस्ट्रेशन कहा जाता है. इसमें बकायदा रजिस्ट्रेशन के बाद उस गैंग को एक विशेष नाम दिया जाता है.

हर गैंग का अलग रजिस्ट्रेशन

सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन में जिस प्रकार से उस संस्था का एक नाम दिया जाता है, उसका एक अध्यक्ष और बाकी सब सदस्य होते हैं. पुलिस विभाग द्वारा विभिन्न अपराधों में संलिप्त अपराधियों को चिन्हित कर प्रत्येक गैंग का गैंगस्टर अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कराने के साथ-साथ अलग से उस गैंग का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है, उसको एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाता है, उस गैंग को एक नाम भी दिया जाता है, उस गैंग का एक अध्यक्ष बतौर गैंग लीडर और बाकी सदस्य होते हैं. उस गैंग के नाम से उसे भविष्य में जाना जाता है. इसी की तर्ज पर एटा व्यापारी संदीप गुप्ता मर्डर में पकड़े गए आरोपियों को लेकर अलीगढ़ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने शातिर एवं अभ्यस्त अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध एनएसए, हिस्ट्रीशीट, गैंगस्टर, जब्ती करण के साथ-साथ गैंग रजिस्ट्रेशन करने के निर्देश दिए थे. पुलिस ने उक्त मामले में 10 सदस्य गैंग का रजिस्ट्रेशन किया है. इसमें गैंग का रजिस्ट्रेशन नंबर डी 85/2022 दिया और गैंग का नाम प्रवीन बजौता का गैंग दिया गया.

यह है प्रवीन बजौता गैंग की कार्यकारिणी

एटा कारोबारी संदीप गुप्ता मर्डर में रजिस्टर्ड हुए प्रवीण बजौता गैंग लीडर, जितेंद्र उर्फ कंजा, प्रदीप, अंकुश अग्रवाल, राजीव कुमार अग्रवाल, दुष्यंत चौधरी, साहिल यादव, मनीष शर्मा, उत्कर्ष अनुराग उर्फ पार्थ सदस्य रखे गए हैं. जहां एक और किसी संस्था के अध्यक्ष और सदस्य बनने के लिए लोग बहुत उत्सुक होते हैं, वही गैंग का सदस्य बनने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसे गेम के सदस्यों पर पुलिस की तिरछी नजर रहती है. अधिकतर जेल के अंदर रहते हैं, बड़ी मुश्किल से जमानत होती है और पूरा जीवन सलाखों के अंदर-बाहर में गुजर जाता है.

रिपोर्ट : चमन शर्मा

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel