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Bengal Chunav 2021: बीरभूम के तृणमूल जिला अध्यक्ष अणुव्रत मंडल केंद्रीय बलों को चकमा देकर फरार

Bengal Chunav 2021: तृणमूल कांग्रेस (AITC) के बीरभूम (Birbhum) जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल (Anubrata Mondal) उर्फ केष्टो मंडल (Keshto Mondal) केंद्रीय बलों को चकमा देकर फरार हो गये हैं. 27 अप्रैल (मंगलवार) को उन्हें उनके ही घर में नजरबंद किया गया था.

बीरभूम : तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल उर्फ केष्टो मंडल केंद्रीय बलों को चकमा देकर फरार हो गये हैं. 27 अप्रैल (मंगलवार) को उन्हें उनके ही घर में नजरबंद किया गया था. लेकिन, बुधवार को दिन में 11:40 बजे केंद्रीय बलों को चकमा देकर वह अपनी कार लेकर फरार हो गये. जवानों ने उनका पीछा किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

केंद्रीय बल के जवान अब अणुव्रत मंडल की तलाश में जुट गये हैं. हालांकि, उनकी कार कहीं रास्ते में जवानों को मिल गयी है. बताया जा रहा है कि रामपुरहाट होते हुए अणुव्रत मंडल तारापीठ की ओर गये हैं. हालांकि, अब तक उनके सटीक लोकेशन का पता नहीं चल पाया है. अणुव्रत पर नजर रखने के लिए 8 जवान तैनात किये गये थे.

इतना ही नहीं, केंद्रीय बल के जवानों के साथ-साथ एक एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट को भी वहां तैनात किया गया था. चुनाव आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को बताया था कि अणुव्रत की निगरानी और उसकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की जायेगी. इतनी सख्ती के बावजूद वह फरार होने में कामयाब हो गये.

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गुरुवार (29 अप्रैल) को आठवें और अंतिम चरण के मतदान से दो दिन पहले मंगलवार की शाम 5 बजे बीरभूम के इस दबंग नेता को नजरबंद किया गया था. कहा गया था कि 30 अप्रैल की सुबह 7 बजे तक वह सुरक्षा बलों की निगरानी में रहेंगे. लेकिन, इसके पहले ही वह जवानों की आंख में धूल झोंककर फरार हो गये.

इसके पहले अणुव्रत मंडल ने कहा था कि नजरबंदी का मतलब घर में बंदी बनाना होता है क्या? नजरबंदी का मतलब यह हुआ कि मेरे साथ एक एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और जवान रहेंगे. मैं जहां भी जाऊंगा, मेरे साथ वे लोग जायेंगे. इसके बाद उन्होंने अपने ही अंदाज में कहा था- खैला होबे… खैला होबे…

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इसके पहले भी होते रहे हैं नजरबंद

  • 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान अणुव्रत मंडल को घर में ही नजरबंद किया गया था.

  • 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी बीरभूम के दबंग तृणमूल नेता हाउस अरेस्ट किये गये थे.

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी पिछले दिनों इसकी आशंका जतायी थी. कहा था कि फिर चुनाव आयोग तुमको नजरबंद कर सकता है. यह घोर अपराध है. उन्होंने केष्टो से कहा था कि अगर इस बार ऐसा कुछ होता है, तो तुम कोर्ट जाना. सुरक्षा की मांग करना.

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Posted By : Mithilesh Jha

Prabhat Khabar Digital Desk
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