23.2 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

आगरा: DBRAU की गोल्डन गर्ल को राज्यपाल से मिला मेडल, मार्कशीट के लिए फिर भी लगाने होंगे चक्कर

आगरा: हुमा जाफर ने बताया कि उन्होंने 2020-21 वर्ष में तृतीय प्रॉफ किया था. भविष्य में नीट पीजी की काउंसलिंग के लिए उन्हें मार्कशीट की आवश्यकता है. कॉलेज में जब मार्कशीट के लिए पूछा गया तो जानकारी मिली कि विश्वविद्यालय से अभी मार्कशीट कॉलेज में ही नहीं आई है.

Agra: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 88वें दीक्षांत समारोह, आगरा में गुरुवार को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विद्यार्थियों को मेडल प्रदान किया. इस दौरान एमबीबीएस में 11 गोल्ड मेडल जीतने वाली गोल्डन गर्ल हुमा जाफर सुर्खियों में छाई रही. हालांकि राज्यपाल के हाथों सम्मानित होने के बावजूद हुमा जाफर को अभी भी विश्वविद्यालय के चक्कर काटने पड़ेंगे, क्योंकि अभी तक उन्हें मार्कशीट नहीं मिली है.

हुमा जाफर- विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली है लचर

हुमा जाफर का कहना है कि मेडल मिलना तो अच्छी बात है लेकिन आगरा विश्वविद्यालय की लचर कार्यप्रणाली के चलते अभी तक मुझे मार्कशीट नहीं मिली. हुमा जाफर ने बताया कि उन्होंने 2020-21 वर्ष में तृतीय प्रॉफ किया था. भविष्य में नीट पीजी की काउंसलिंग के लिए उन्हें मार्कशीट की आवश्यकता है. कॉलेज की तरफ से उन्हें प्रथम, द्वितीय और चतुर्थ प्रॉफ की मार्कशीट प्रदान कर दी गई है. कॉलेज में जब मार्कशीट के लिए पूछा गया तो जानकारी मिली कि विश्वविद्यालय से अभी मार्कशीट कॉलेज में ही नहीं आई है.

विश्वविद्यालय- दो-तीन दिन में पहुंचेगा कॉलेज मार्कशीट

विश्वविद्यालय के 88 वे दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक गोल्ड पाने वाली गोल्डन गर्ल हुमा जाफर इससे पहले बुधवार को अपने पिता और मां के साथ दीक्षांत समारोह के रिहर्सल में शामिल होने आई थी. इसके बाद वह विश्वविद्यालय परिसर में आई और उसने अपनी एमबीबीएस की मार्कशीट के बारे में जानकारी की तो उन्हें कहा गया कि मार्कशीट शायद दो-तीन दिन में कॉलेज में पहुंचा दी जाएगी.

Also Read: उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद का बेटा असद और गुर्गा गुलाम झांसी में एनकाउंटर में ढेर
हुमा जाफर का अभी तक नहीं मिला मार्कशीट 

हुमा जाफर का कहना है कि उनके साथ अभी तक कॉलेज के करीब 174 एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं की मार्कशीट उन्हें प्रदान नहीं की गई है. हुमा का कहना है कि विवि ने कॉलेज में मार्कशीट ही नहीं पहुंचाई.

विश्वविद्यालय में पहले भी छात्र होते हैं परेशान

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में इससे पहले आम दिनों में भी छात्र छात्रा शिक्षा से संबंधित कागजातों के लिए परेशान होते हुए देखे गए हैं. लेकिन, जिस छात्रा को विश्वविद्यालय ने गोल्डन गर्ल बनाकर 88में दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मेडल दिलवाया, वही गोल्डन गर्ल अपनी मार्कशीट के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर काट रही है.

मार्कशीट प्रिंट हो गई है- कंट्रोलर

विश्वविद्यालय के कंट्रोलर डॉक्टर ओम प्रकाश का कहना है कि एमबीबीएस के सभी विद्यार्थियों की मार्कशीट प्रिंट करा दी गई है. लेकिन, कॉलेज की तरफ से मार्कशीट को अभी प्राप्त नहीं किया गया है. इसीलिए विद्यार्थियों को मार्कशीट नहीं मिल पाई है.

कौन है हुमा जाफर

हुमा जाफर ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई में हमेशा टॉप किया. वह कहती हैं इंटरमीडिएट में ही उन्होंने तय कर लिया था कि वह डॉक्टर बनेंगी. उन्हें बचपन से ही बायोलॉजी में इंटरेस्ट था. यही वजह थी कि वह एमबीबीएस करने आगरा एफएच मेडिकल कॉलेज आ गईं और 11 मेडल जीतकर गोल्डन गर्ल का खिताब अपने नाम किया. हुमा जाफर के पिता दीवान जाफर हुसैन खुद बिहार-झारखंड पीसीएस टॉपर रहे हैं. वर्तमान में वह बिहार अल्पसंख्यक विभाग में जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं.

Sanjay Singh
Sanjay Singh
working in media since 2003. specialization in political stories, documentary script, feature writing.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel