26.3 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

हाथरस में बीमार हथिनी से सड़कों पर मंगवाई जा रही थी भीख, प्रशासन ने रेस्क्यू कर अस्पताल में कराया भर्ती

हाथी अस्पताल में पशु चिकित्सकों द्वारा एक प्रारंभिक चिकित्सीय परीक्षण में कई पुरानी स्वास्थ समस्याओं के साथ-साथ जिंजर हथनी की बिगड़ती शारीरिक स्थिति का पता चला, वह गंभीर रूप से कुपोषित है

वन विभाग और वाइल्डलाइफ एसओएस ने हाथरस जिले से नेत्रहीन हथनी जिंजर को रेस्क्यू किया. हथनी को लंबे समय से भीख मांगने के लिए व तमाशा दिखाने के लिए प्रयोग किया जा रहा था. जिसकी वजह से जिंजर के पैर भी बुरी तरह से खराब हो चुके हैं और शरीर पर कई घाव भी हो गए हैं. वाइल्ड लाइफ एसओएस ने जिंजर हथनी को मथुरा के हाथी अस्पताल में रखा है. जहां पर उसकी बीमारियों का इलाज किया जा रहा है.

वाइल्डलाइफ एसओएस को जानकारी मिली थी कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक नेत्रहीन हथनी से सड़कों पर भीख मंगवाई जाती है और बारातों में उसका प्रयोग किया जाता है. जिसके बाद वन विभाग की मदद से वाइल्डलाइफ एसओएस ने संयुक्त अभियान चलाकर जिंजर हथनी को मुक्त कराया और उसे हाथी एंबुलेंस में लाकर मथुरा के हाथी अस्पताल में भर्ती करा दिया. यह भारत का पहला और एक मात्र हाथी हाथी अस्पताल है जहां बीमार हाथियों को संस्था द्वारा विशेष चिकित्सा उपचार और देखभाल प्रदान की जाती है.

हाथी अस्पताल में पशु चिकित्सकों द्वारा एक प्रारंभिक चिकित्सीय परीक्षण में कई पुरानी स्वास्थ समस्याओं के साथ-साथ जिंजर हथनी की बिगड़ती शारीरिक स्थिति का पता चला, वह गंभीर रूप से कुपोषित है उसके शरीर पर पुराने घाव है और वह गठिया रोग से पीड़ित है. सड़कों पर अधिक चलने के कारण उसके फुट पैड इस हद तक खराब हो गए हैं कि उसके नाजुक फुट पैड अलग होने की कगार पर है. जिससे हथनी को चलने या खड़े होने में असहनीय दर्द होता है.

पशु चिकित्सा सेवाओं के उपनिदेशक डॉ इलियाराजा ने बताया कि हमें संदेह है कि जिंजर हथनी का अंधापन उसके मालिकों की लापरवाही और गंभीर कुपोषण के कारण हुआ है. हमने पोस्टिक सब्जियों, फलों और हरे चारे का आहार निर्धारित किया है, जो जिंजर को ताकत वापस हासिल करने में मदद करेगा.

वाइल्डलाइफ एसओएस के सीईओ और सह संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि हम इस नेत्रहीन और वृद्ध हथनी की नाजुक स्थिति को देख कर बहुत दुखी हैं. तुरंत कार्यवाही कर जिंजर को हाथी अस्पताल में उपचार हेतु भेजने के लिए हम उत्तर प्रदेश वन विभाग के बेहद आभारी हैं.

Also Read: बड़कागांव के मुरली पहाड़ में हथिनी ने बच्चे को दिया जन्म,रेंजर बोले- ग्रामीण फिलहाल इस क्षेत्र में आने से बचें

इनपुट : राघवेंद्र सिंह गहलोत

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel