America Air Strikes In Iran : इजराइल और ईरान के बीच जारी जंग में अब अमेरिका खुलकर सामने आ गया है. युद्ध के दसवें दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स पर हमला किया है. फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर बेहद सफल हवाई हमला अमेरिका की ओर से किया गया है. ट्रंप ने बताया कि सभी अमेरिकी विमान अब ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं. फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया और सभी विमान सुरक्षित रूप से लौट रहे हैं. ट्रंप ने अमेरिकी सैनिकों को बधाई देते हुए कहा कि दुनिया की कोई भी सेना ऐसा नहीं कर सकती थी. उन्होंने कहा, “अब शांति का समय है.”
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 21, 2025
आज रात अमेरिका और ट्रंप ने पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की : बेंजामिन नेतन्याहू
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के ट्रंप के फैसले को इतिहास बदल देने वाला साहसिक कदम’ बताया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं, शक्ति से ही शांति आती है. पहले ताकत दिखाई जाती है, फिर शांति स्थापित होती है. नेतन्याहू ने कहा कि आज रात अमेरिका और ट्रंप ने पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की है.
President Trump and I often say: ‘Peace through strength.’
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) June 22, 2025
First comes strength, then comes peace.
And tonight, @realDonaldTrump and the United States acted with a lot of strength. pic.twitter.com/7lTWCZkgw7
अपने एयरबेस पर अमेरिका ने जारी किया हाई अलर्ट
अमेरिका ने ईरान की तीन परमाणु साइट्स पर बी2 बॉम्बर्स से बम गिराने के बाद पश्चिम एशिया में सभी सैन्य ठिकानों पर हाई अलर्ट जारी किया है. व्हाइट हाउस ने टेलीविजन नेटवर्क को अलर्ट किया है. इस संबोधन में ट्रंप ईरान की तीन परमाणु साइट्स पर किए गए अमेरिकी हमले की जानकारी शेयर कर सकते हैं.
अमेरिकी पोतों पर फिर हमले शुरू किए जाएंगे: हुती विद्रोही
इससे पहले ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने धमकी दी थी कि अगर ट्रंप प्रशासन ईरान के खिलाफ इजराइल के सैन्य अभियान में शामिल हुआ तो वे लाल सागर में अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों पर हमले फिर से शुरू कर देंगे. शनिवार को यह धमकी हुती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी द्वारा पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो बयान में आई. सारी ने कहा, ‘‘यदि ईरान के खिलाफ इजराइल के हमले में अमेरिका शामिल होता है तो सशस्त्र बल (हुती विद्रोही) लाल सागर में अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों को निशाना बनाएंगे.’’