America Attack on Iran : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमले की योजना को मंजूरी दे दी है, लेकिन फाइनल आदेश फिलहाल रोका गया है. ट्रंप ने अपने वरिष्ठ सहयोगियों के साथ एक अहम बैठक की जिसमें यह फैसला लिया. उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय से पहले यह देखा जाएगा कि क्या ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम छोड़ने को तैयार है या नहीं. इसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी. रॉयटर्स ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर का हवाला देते हुए यह जानकारी शेयर की. खबर में बताया गया है कि मीटिंग में शामिल तीन लोगों ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति ट्रंप को उम्मीद है, इजराइल के हमलों में शामिल होने की धमकी से ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम छोड़ने के लिए तैयार हो सकता है.
खामेनेई ने कहा– नहीं करेंगे सरेंडर
इजराइल के भीषण हमलों के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को अमेरिका के सरेंडर करने की बात को सख्ती से खारिज कर दिया. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका संघर्ष में सैन्य रूप से शामिल होता है, तो उसे अपूरणीय क्षति उठानी पड़ेगी. खामेनेई का यह बयान ईरान के सरकारी टेलीविजन पर वीडियो संदेश के रूप में प्रसारित किया गया. इससे एक दिन पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ईरान से ‘‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’’ की मांग की थी और कहा था कि खामेनेई को मारने की फिलहाल कोई योजना नहीं है.
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क्या चाहते हैं बेंजामिन नेतन्याहू?
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू चाहते हैं कि ट्रंप अमेरिका को ईरान के खिलाफ सैन्य अभियान में शामिल करें. यही नहीं, ईरान के गुप्त रूप से चल रहे परमाणु हथियार कार्यक्रम को खत्म करें. इजराइली वायुसेना का दावा है कि उन्होंने ईरान की फोर्डो, नतांज, इस्फहान और कराज जैसी न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया है और नुकसान भी पहुंचाया है.