Donald Trump Iftar White House: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2024 राष्ट्रपति चुनाव में मुस्लिम समुदाय का आभार जताते हुए व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी आयोजित की, लेकिन यह आयोजन विवादों में घिर गया. मुस्लिम अमेरिकी समुदाय और नेताओं ने इस इफ्तार डिनर का विरोध किया क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने इस बार अमेरिकी मुस्लिम नेताओं और सांसदों को निमंत्रण नहीं दिया. इसके बजाय मुस्लिम देशों के राजदूतों को आमंत्रित किया गया, जिससे अमेरिकी मुस्लिमों में नाराजगी फैल गई.
मुस्लिम संगठनों ने जताया विरोध
व्हाइट हाउस के बाहर “Not Trump’s Iftar” नामक विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ट्रंप एक ओर मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाते हैं और दूसरी ओर इफ्तार पार्टी का आयोजन कर दिखावा कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने इसे “पाखंड” करार दिया.
ट्रंप ने इफ्तार में क्या कहा?
ट्रंप ने इफ्तार डिनर में मुस्लिम समुदाय का स्वागत करते हुए कहा कि रमजान इस्लाम का पवित्र महीना है और पूरी दुनिया के मुस्लिम सुबह से शाम तक रोजा रखकर ईश्वर की इबादत करते हैं. इसके बाद वे परिवार और दोस्तों के साथ इफ्तार कर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं. ट्रंप ने कहा कि हम पूरी दुनिया में शांति और सौहार्द की कामना करते हैं.
2017 में रद्द की थी इफ्तार पार्टी
गौरतलब है कि 1996 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी की परंपरा शुरू हुई थी. इसे जॉर्ज बुश और बराक ओबामा ने भी जारी रखा. हालांकि, 2017 में अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने इस परंपरा को तोड़ते हुए इफ्तार डिनर रद्द कर दिया था. अब 2024 में उन्होंने दोबारा इसे आयोजित किया लेकिन अमेरिकी मुस्लिम समुदाय की उपेक्षा के कारण यह आयोजन विरोध और विवाद का कारण बन गया.
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