Israel Air Strike: ईरान की राजधानी तेहरान पर 18 जून को इजरायल द्वारा हवाई हमला किया गया. इजरायल की तरफ से बीते एक हफ्ते से चल रहे सैन्य अभियान का यह अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है. हमले के कुछ ही घंटे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेहरान के लोगों को चेतावनी देते हुए शहर खाली करने को कहा था. साथ ही ट्रंप ने ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग की थी.
तेहरान के कई हिस्सों में बुधवार की सुबह तेज धमाकों की आवाज सुनाई पड़ी, जिसे लोग सहम गए. जानकारी के मुताबिक, इस हवाई हमले के पीछे इजरायल का मकसद ईरान के परमाणु और सैन्य ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचाना था. हालांकि, इस हमले को लेकर ईरान सरकार की तरफ से अभी तक किसी भी तरह का कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. लेकिन खबर आ रही है कि सुबह करीब 5 बजे राजधानी में जोरदार धमाके की आवाज आई.
बता दें कि अब तक इस जंग में 224 ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है. जबकि ईरान की ओर से किए गए हमलों में 24 इजरायली मारे गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार से अब तक ईरान ने 400 से ज्यादा मिसाइल और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं, जिनमें से ज्यादातर को इजरायली एयर डिफेंस ने नष्ट कर दिया है. बताया जा रहा है कि इजरायली हमले में ईरान के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले नतांज यूरेनियम केंद्र के अंडरग्राउंड हिस्से को भी नुकसान हुआ है. IAEA अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा ने पुष्टि की है कि हमला जमीन के नीचे बने संवर्धन हॉल तक पहुंचा, जहां करीब 10,000 सेंट्रीफ्यूज मशीनें यूरेनियम को 60% तक शुद्ध कर रही थीं.
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