Pakistan To Attack India: नेपाल के राष्ट्रपति के सलाहकार सुनील बहादुर थापा ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) भारत के खिलाफ हमलों के लिए नेपाल को ट्रांजिट रूट के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. थापा ने यह बात काठमांडू में नेपाल इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड एंगेजमेंट (NIICE) द्वारा आयोजित एक उच्चस्तरीय सेमिनार में कही है. यह सेमिनार दक्षिण एशिया में आतंकवाद के खतरों पर केंद्रित था, जिसमें क्षेत्र के कई विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया था. हाल ही के जारी एक नए रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ था की तुर्की पाकिस्तान के साथ मिलकर नेपाल में मदरसें और मस्जिदें की निर्माण कर रहा है.
आतंकी हमलों का नेपाल पर असर
द काठमांडू पोस्ट में इस सेमिनार का जिक्र भी हुआ जिसमें वक्ताओं ने कहा कि भारत में होने वाले आतंकी हमलों का असर नेपाल पर भी पड़ता है और इससे पूरे क्षेत्र की शांति व स्थिरता प्रभावित होती है. उन्होंने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने को सार्क (SAARC) जैसे क्षेत्रीय सहयोग मंचों की नाकामी का एक बड़ा कारण बताया. सेमिनार में सीमा पर संयुक्त गश्ती, मनी लॉन्ड्रिंग पर सख्ती, और इंटेलिजेंस शेयरिंग को मजबूती देने जैसे सुझाव दिए गए. वक्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरा मापदंड अपनाने से बचने की भी अपील की.
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ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
भारत द्वारा हाल ही में चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” का भी जिक्र किया गया, जिसके तहत 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया था. इसे सीमा पार से होने वाले खतरों के खिलाफ एक सख्त और असरदार कार्रवाई बताया गया. बैठक में इस बात की याद दिलाई गई कि नेपाल की अपनी सुरक्षा भी खतरे में रहती है. 1999 में काठमांडू से उड़ान भरने वाले इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 का अपहरण और लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए पहलगाम हमले (जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था) इसकी मिसाल हैं.
भारत और नेपाल के बीच 1,751 किलोमीटर लंबी खुली सीमा है, जहां सुरक्षा जांच बेहद सीमित है. यह ढील आतंकियों को भारत में घुसपैठ करने का मौका बन सकता है. कई पाकिस्तानी आतंकी नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल होते पकड़े जा चुके हैं. कई बार वे फर्जी नेपाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छिपाते हैं.
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Pakistan To Attack India: लश्कर और जैश के हमलों का लंबा इतिहास
लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठन भारत पर कई बड़े हमले कर चुके हैं, जिनमें 2001 का संसद हमला, 2008 का मुंबई हमला, 2016 का पठानकोट एयरबेस हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर से जुड़े समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जिसमें 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बैठक के अंत में विशेषज्ञों ने आतंकवाद से लड़ने के लिए एक समर्पित क्षेत्रीय तंत्र बनाने की जरूरत पर जोर दिया ताकि साझा और प्रभावी तरीके से इस चुनौती का सामना किया जा सके.