US Warning to Iran: ईरान और अमेरिका में एक बार फिर ठन गई है. ईरान ने परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पत्र के जवाब में अमेरिका के साथ सीधी बातचीत को खारिज कर दिया है. तेहरान की ओर से इस दो टूक जवाब से अमेरिकी राष्ट्रपति काफी गुस्से में हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने एनबीसी न्यूज को दिए टेलीफोनिक इंटरव्यू में कहा कि अगर ईरान परमाणु कार्यक्रम को लेकर समझौता नहीं करता है तो बमबारी होगी. ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगाए जाएंगे. अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर चिंता जताते हुए हाल ही में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई को पत्र भेजा था.
और बढ़ सकता है अमेरिकी और ईरान के बीच तनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति के पत्र पर ईरान की ओर से दिए गए जवाब से ट्रंप गुस्से में हैं ही, इससे अमेरिकी और ईरान के बीच रिश्तों के और बिगड़ने की खतरा बढ़ गया है. हालांकि ईरान ने ओमान के जरिये अमेरिकी के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता की संभावनाएं पर हामी भरी है. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा ‘ट्रंप के पत्र के जवाब में हमने साफ कर दिया है कि दोनों पक्षों के बीच प्रत्यक्ष वार्ता की संभावना नहीं है. लेकिन इस बात पर जोर दिया गया है कि अप्रत्यक्ष वार्ता का रास्ता खुला है.’
ईरान के राष्ट्रपति ने क्या कहा
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कैबिनेट बैठक के दौरान कहा ‘हम बातचीत से नहीं बचते हैं, लेकिन वादों के उल्लंघन के कारण हमारे सामने कुछ मुद्दे हैं. अमेरिका यह साबित करना होगा कि वे विश्वास बहाली कर सकते हैं.’ हालांकि, इस तरह की वार्ता बहुत कारगर साबित नहीं हुई हैं क्योंकि ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान उस परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था जो 2018 में विश्व शक्तियों के साथ तेहरान ने किया था.
ईरान बना रहा है परमाणु बम?
यूरोप के देशों का दावा है कि ईरान खुफिया तरीके से एटम बम पर काम कर रहा है. ईरान गुपचुप तरीके से जरूरी स्तर से ज्यादा यूरेनियम को संवर्धन का काम कर रहा है. हालांकि ईरान ने यूरोपीय देशों के आरोपों को सीधे नकार दिया है. ईरान का दावा है कि उसका न्यूक्लियर कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है.