Radwan Force: मंगलवार को इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने लेबनान में चल रही सैन्य कार्रवाई को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) की कार्रवाई हिजबुल्लाह की खतरनाक साजिशों को नाकाम करने के उद्देश्य से की जा रही है. उन्होंने खास तौर पर राडवान फोर्स का जिक्र करते हुए बताया कि हिजबुल्लाह फिर से इजरायल पर हमला करने की तैयारी में है. काट्ज ने कहा,“हिजबुल्लाह राडवान फोर्स के जरिए सीमापार हमले की क्षमताएं फिर से खड़ी कर रहा है. हमारी जवाबी कार्रवाई उसके लिए स्पष्ट चेतावनी है.”
Radwan Force: कौन है राडवान फोर्स?
राडवान फोर्स हिजबुल्लाह की एक स्पेशल कमांडो यूनिट है. इसका नाम इमाद मुगनिया उर्फ हज्ज राडवान के नाम पर रखा गया, जो 2008 में मारा गया था. इस यूनिट को सीमापार घुसपैठ, बंधक बनाना, सुरंगों से हमला करने और शहरी युद्ध में महारत हासिल है. यह यूनिट हिजबुल्लाह के भीतर सबसे खतरनाक मानी जाती है, जिसे विशेष प्रशिक्षण और हथियार दिए जाते हैं.
गैलिली प्लान क्या था?
ब्रिटिश अखबार The Times UK की रिपोर्ट के अनुसार, राडवान फोर्स ने “गैलिली प्लान” नाम से एक खतरनाक रणनीति तैयार की थी. इस योजना के तहत करीब 2,400 लड़ाके लेबनान से सुरंगों के जरिए उत्तरी इजरायल में घुसपैठ कर वहां की सेना चौकियों और बस्तियों पर कब्जा करने की योजना बना रहे थे.
हालांकि सितंबर 2024 में IDF ने एक हवाई हमले के ज़रिए इस योजना को विफल कर दिया. बेरूत के पास एक हमले में राडवान फोर्स के प्रमुख कमांडर इब्राहिम अक़िल मारा गया. अकील अमेरिका की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल था. इस ऑपरेशन में यूनिट के चार अन्य वरिष्ठ कमांडर भी मारे गए, जिससे राडवान फोर्स की संरचना को गहरा झटका लगा.
पढ़ें: Nimisha Priya Execution: कौन हैं ग्रैंड मुफ्ती जिसने रुकवाई निमिषा प्रिया की फांसी?
खतरा खत्म नहीं, दोबारा ताकत जुटा रहा हिजबुल्लाह (Radwan Force)
Jerusalem Port की रिपोर्ट बताती है कि राडवान फोर्स को भले ही नेतृत्व का नुकसान हुआ हो, लेकिन हिजबुल्लाह इसे फिर से खड़ा करने की कोशिश कर रहा है. ईरान की मदद से यह यूनिट फिर से अपनी क्षमताओं को बहाल कर रही है और सीमापार घुसपैठ, सुरंगों का उपयोग और UAV (ड्रोन) आधारित ऑपरेशन की दिशा में आगे बढ़ रही है.
इजरायल की चिंता क्यों बढ़ी?
इजरायल को इनपुट मिले हैं कि राडवान फोर्स फिर से सीमा के पास सक्रिय हो रही है. इसके लड़ाके घात लगाकर हमला करने, बंधक बनाने और गुप्त सुरंगों से आक्रमण करने में सक्षम हैं. ऐसे में IDF किसी भी साजिश को पहले ही नाकाम करने की रणनीति पर काम कर रही है.
मंगलवार को रक्षा मंत्री द्वारा दिया गया बयान और IDF की सक्रियता यह साफ संकेत है कि उत्तरी सीमा पर तनाव और बढ़ सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि हिज़बुल्लाह अगर फिर से कोई हमला करता है, तो इजरायल की जवाबी कार्रवाई और अधिक तीव्र हो सकती है, जिससे सीमा पर हालात विस्फोटक बन सकते हैं.
पढ़ें: 66 लोगों की गला काट कर बेरहमी से हत्या, किस देश में मचा कोहराम?