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Car Care: फुल स्पीड रनिंग कार में टायर की हवा कैसे करेंगे चेक? पढ़ें रिपोर्ट

Car Tips: किसी भी गाड़ी को चलाने में इंजन से कहीं अधिक टायरों की भूमिका रहती है. टायरों में हवा कम हो जाने पर गाड़ी एक कदम नहीं चल सकती. फिर फुल स्पीड गाड़ी में हवा कम हो जाए, तो क्या स्थिति होगी, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.

Car Care: अगर आप हाईवे पर फुल स्पीड में कार चला रहे हों, लेकिन आपकी गाड़ी वह माइलेज नहीं दे रही है, जो उसे देना चाहिए. ऐसी स्थिति में इंजन या फिर गाड़ी के किसी पार्ट के परफॉर्मेंस पर शक करने से पहले आपको टायर प्रेशर यानी टायर की हवा पर गौर करना चाहिए. समस्या यह है कि चलती कार में आप टायर की हवा को कैसे चेक करेंगे? क्या इसके लिए आपको गाड़ी कहीं साइड में खड़ी करनी होगी? इसका जवाब ‘नहीं’ में है. इसका कारण यह है कि आजकल जितनी भी कारें बाजार में आ रही हैं, उनमें एक ऐसा फीचर दिया जाता है, जो हाईवे पर फुल स्पीड में चल रही कार में भी उसके चालक को टायर में हवा कम होने की सूचना दे देता है. इस फीचर का नाम टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) है. आइए, जानते हैं कि कार का यह फीचर फुल स्पीड रनिंग में भी कैसे काम करता है?

क्या है टीपीएमएस

टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम यानी टीपीएमएस सेंसर, रिसीवर और डिस्प्ले यूनिट से लैस होता है. इसका सेंसर टायर के वॉल्व स्टेम के साथ जुड़ा होता है. वॉल्व स्टेम टायर प्रेशर वॉल्व के अंदर लगे होते हैं. इसे कार के चारो टायरों में फिट किया जाता है. यह टायरों की हवा को मापने का काम करता है. इसी को सेंसर कहा जाता है. इस सेंसर की ओर से दिया डाटा वायरलेस सिस्टम के जरिए रिसीवर के पास जाता है और फिर रिसीवर उस डाटा को डिस्प्ले यूनिट के पास भेजता है. डाटा डिस्प्ले यूनिट के पास आते ही आपको टायर में हवा की वास्तविक स्थिति का पता चल जाता है.

कार में टीपीएमएस का होना क्यों है जरूरी

कार में फीचर के तौर पर टीपीएमएस का लगा होना बेहद जरूरी है. यही वह फीचर है, जो कार चालक को टायरों में हवा की वास्तविक स्थिति की जानकारी देता है. कार किसी हाईवे पर फुल स्पीड में भी चल रही होती है, तो टायरों का प्रेशर कम होने की जानकारी उसके चालक को तुरंत मिल जाती है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि टायरों में हवा का असमान प्रेशर होने पर बड़ा हादसा होने से टल जाता है. कार के किसी भी टायर का प्रेशर कम होने से अनहोनी होने का खतरा अधिक रहता है. इसके साथ ही, गाड़ी की स्पीड कम हो जाती है और इंजन का प्रेशर बढ़ जाता है. हवा का दबाव कम होने से टायर में घिसाव भी अधिक होता है.

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पुरानी कारों में बाहर से फिट करा सकते हैं टीपीएमएस

अब अगर किसी के पास पुरानी कार है और उसमें टायरों का प्रेशर चेक करने वाला टीपीएमएस जैसा फीचर नहीं है, तो इसे बाहर से भी फिट कराया जा सकता है. कार मालिकों के पास रेट्रोफिट किट का इस्तेमाल करते हुए इसे कार में लगाने का ऑप्शन उपलब्ध होता है. इसे किसी मैकेनिक के पास जाकर लगवाया जा सकता है. यह भी वैसे ही काम करता है, जैसे नई कार में इनबिल्ट टीपीएमएस काम करता है.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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