8th Pay Commission: देशभर में केंद्र सरकार के करीब 1.1 करोड़ कर्मचारी और पेंशनभोगी 8वें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार कर रहे हैं. इस आयोग के तहत वेतन और पेंशन में संभावित 30% से 54% तक की बढ़ोतरी अनुमानित है, जिससे इनहैंड इनकम में सीधा फायदा होगा. बढ़ती आय का असर उपभोक्ता व्यवहार और बाजार खपत पर पड़ेगा, जिसका सीधा लाभ शेयर बाजार और खासतौर से कुछ सेक्टर्स और कंपनियों को मिलने की संभावना है. इस वजह से देश की कई कंपनियां भी 8वें वेतन आयोग के लागू करने के लिए सरकार का इंतजार कर रही हैं.
7वें वेतन आयोग से क्या मिला था संकेत?
2016 में 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के खर्च करने की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी देखी गई थी. इससे खासतौर पर ऑटो, रियल एस्टेट, एफएमसीजी और रिटेल जैसे क्षेत्रों को सीधा लाभ मिला था. विशेषज्ञों का मानना है कि 8वें वेतन आयोग का प्रभाव भी ऐसा ही देखने को मिल सकता है. बशर्ते, सरकार इसकी सिफारिशें जल्द लागू करे.
8वें वेतन आयोग से किन कंपनियों को होगा फायदा
एंबिट कैपिटल की एक रिपोर्ट के अनुसार, 8वें वेतन आयोग से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा, जिससे कई सेक्टर्स को बूस्ट मिलेगा. खासकर वे सेक्टर्स जो घरेलू खपत पर आधारित हैं. इनमें ऑटोमोबाइल, एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रिटेल कंपनियां शामिल हैं, जो बड़े लाभार्थी होंगे.
- ऑटोमोबाइल सेक्टर: सरकारी कर्मचारी वेतन बढ़ने पर अक्सर दोपहिया या छोटी कारें खरीदते हैं.
- लाभार्थी कंपनियां: हीरो मोटोकॉर्प, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, हुंडई, होंडा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा मोटर्स
- रियल एस्टेट: वेतन और एचआरए में इजाफे से घर खरीदने की क्षमता बढ़ेगी.
- लाभार्थी कंपनियां: अफोर्डेबल हाउसिंग डेवलपर्स
- बैंकिंग सेक्टर: वेतन बढ़ोतरी और एरियर भुगतान से सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ेगी.
- लाभार्थी बैंक: भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ोदा, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, येस बैंक, एचडीएफसी बैंक
- इंश्योरेंस सेक्टर: लोग बढ़े हुए फंड को इंश्योरेंस या गारंटीड रिटर्न प्लान्स में निवेश करेंगे.
- लाभार्थी कंपनियां: एचडीएफसी लाइफ, एसबीआई लाइफ, भारतीय जीवन बीमा निगम, मैक्स फाइनेंशियल
- नॉन-लेंडिंग फिनटेक: बढ़ी हुई आय का एक हिस्सा लोग म्यूचुअल फंड्स या शेयर बाजार में लगाएंगे.
- लाभार्थी कंपनियां: सीएएमएस, केफिन, एंजेल वन, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, निप्पॉन म्यूचुअल फंड
- क्रेडिट कार्ड कंपनियां: उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा, जिससे क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल और रिवार्ड्स स्कीम्स में तेजी आएगी.
- लाभार्थी कंपनी: एसबीआई कार्ड
- एफएमसीजी सेक्टर: बढ़ी इनकम से लोग प्रीमियम ब्रांड्स की ओर रुख करेंगे.
- लाभार्थी कंपनियां: यूनाइटेड स्पिरिट्स, यूनाइटेड ब्रेवरीज
- कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी: कपड़े, फुटवियर, ग्रॉसरी और यात्रा आदि पर खर्च बढ़ेगा.
- लाभार्थी कंपनियां: ट्रेंट, डीमार्ट, बाटा, वी-मार्ट, स्टाइल बाजार, जुबिलेंट फूड्स
- कंज्यूमर ड्यूरेबल्स: लोग किचन और इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स जैसे एस्पिरेशनल प्रोडक्ट्स खरीद सकते हैं.
- लाभार्थी कंपनियां: क्रॉम्पटन, ओरिएंट इलेक्ट्रिक, बजाज इलेक्ट्रिकल्स, वी-गार्ड
कब लागू हो सकता है 8वां वेतन आयोग?
सरकार ने फिलहाल 8वें वेतन आयोग की औपचारिक घोषणा नहीं की है और न ही इसके सदस्यों की नियुक्ति हुई है. लेकिन, अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जनवरी 2026 से इसे लागू किया जा सकता है. अधिक संभावना है कि यह वित्त वर्ष 2026-27 (अप्रैल 2026 से मार्च 2027) में प्रभावी हो.
पिछली तारीख से मिल सकता है एरियर
अगर आयोग की सिफारिशें देरी से लागू होती हैं, तो सरकार पिछली तारीख से एरियर के रूप में भुगतान कर सकती है. इससे अचानक बड़ी राशि कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के पास आएगी, जो बाजार में मांग को और मजबूत करेगी.
निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
8वें वेतन आयोग के लागू होने की संभावना और इसके बाद उपभोक्ता खपत में उछाल को देखते हुए निवेशक उन कंपनियों के शेयरों पर नजर रखें जो उपरोक्त सेक्टर्स से संबंधित हैं. लॉन्ग टर्म में यह ग्रोथ स्टोरी हो सकती है.
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आयोग से केवल कर्मचारी नहीं, बाजार भी होगा मालामाल
8वें वेतन आयोग का प्रभाव केवल वेतनभोगी वर्ग तक सीमित नहीं रहेगा. इसका सीधा असर भारत की उपभोक्ता-आधारित अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा और शेयर बाजार में तेजी लाने वाला कारक बन सकता है. निवेशकों को इस मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए.
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