Advantage Assam: असम जल्द ही भारत के सबसे बड़े निवेश केंद्रों में से एक बनने जा रहा है. ‘एडवांटेज असम’ व्यापार शिखर सम्मेलन में देश के तीन बड़े उद्योगपति (मुकेश अंबानी, गौतम अदाणी और अनिल अग्रवाल) ने असम और पूर्वोत्तर राज्यों में कुल 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की. इस निवेश से असम को तकनीकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और तेल-गैस क्षेत्रों में जबरदस्त विकास मिलेगा और लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
रिलायंस का असम में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने असम को डिजिटल और कृत्रिम मेधा (AI) के लिए तैयार करने के उद्देश्य से अगले पांच वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि 2018 में कंपनी ने 5,000 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया था, जो अब 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है.
अंबानी के अनुसार, यह निवेश इन क्षेत्रों में किया जाएगा.
- हरित और परमाणु ऊर्जा
- खाद्य और गैर-खाद्य उत्पादों की सप्लाई चेन
- रिलायंस के खुदरा स्टोर का विस्तार
अदाणी समूह भी लगाएगा 50,000 करोड़ रुपये
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने भी असम में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की. यह निवेश मुख्य रूप से बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित होगा.
निवेश के प्रमुख क्षेत्र
- हवाई अड्डों का विकास और एयरोसिटी निर्माण
- शहर सड़क नेटवर्क और बिजली पारेषण परियोजनाएं
- शहरी गैस वितरण और सीमेंट निर्माण
गौतम अदाणी ने असम सरकार की ओर से मादक पदार्थों और बाल विवाह के खिलाफ उठाए गए कदमों की सराहना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्वोत्तर के विकास में भूमिका की तारीफ की.
वेदांता का तेल-गैस क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश
खनन और ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने घोषणा की कि उनकी कंपनी अगले 3-4 वर्षों में असम और त्रिपुरा में तेल एवं गैस क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
वेदांता समूह का इन क्षेत्रों में निवेश
- वेदांता की केयर्न ऑयल एंड गैस पहले ही इस क्षेत्र में 2,500 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है.
- इस निवेश से 1,00,000 बैरल प्रति दिन तेल और गैस का उत्पादन होगा.
- इस परियोजना से एक लाख से अधिक युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.
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असम बनेगा भारत का बड़ा औद्योगिक हब
इन तीनों उद्योगपतियों की बड़ी घोषणाओं से यह स्पष्ट है कि असम जल्द ही भारत के सबसे बड़े निवेश स्थलों में से एक बनने जा रहा है. ये परियोजनाएं न केवल असम की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी, बल्कि लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोलेंगी.
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