Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने त्वरित प्रतिक्रिया दी है. बोइंग की ओर से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वह इस हादसे से संबंधित प्रारंभिक रिपोर्ट्स से अवगत है और अधिक जानकारी जुटाने के प्रयास में लगा हुआ है. यह विमान बोइंग 787-8 मॉडल था, जो एयर इंडिया के बेड़े में शामिल था और अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरते ही दुर्घटना का शिकार हो गया.
स्टॉक मार्केट में बोइंग के शेयरों में बड़ी गिरावट
विमान हादसे की खबर आते ही अमेरिकी शेयर बाजार में बोइंग के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई. प्री-मार्केट ट्रेडिंग में बोइंग का स्टॉक लगभग 9% तक टूट गया. यह गिरावट कंपनी की बाजार साख और संभावित तकनीकी खामियों को लेकर निवेशकों की चिंताओं को दर्शाती है. हादसे के तकनीकी कारणों की पुष्टि भले ही नहीं हुई हो, लेकिन बाजार ने संभावित जोखिम को पहले ही भांप लिया.
विमान में 242 लोग थे सवार
एयर इंडिया की ओर से जारी बयान के अनुसार, विमान में कुल 242 लोग सवार थे. इनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे. यह हादसा भारतीय समयानुसार दोपहर 1:38 बजे के कुछ मिनट बाद हुआ, जब विमान ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और मेघानीनगर क्षेत्र में बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स होस्टल पर जा गिरा.
शेयर बाजार में 5.98 लाख करोड़ रुपये की चपत
विमान हादसे और पश्चिम एशिया में तनावपूर्ण हालातों के चलते गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई. बीएसई सेंसेक्स 823 अंक गिरकर 81,691.98 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 992 अंक तक फिसल गया था. इस गिरावट से निवेशकों की संपत्ति में करीब 5.98 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण गिरकर 4,49,58,383.92 करोड़ रुपये पर आ गया. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी क्रमशः 1.52% और 1.38% की गिरावट आई.
इसे भी पढ़ें: Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया के विमान में सवार थे 61 विदेशी नागरिक, ब्रिटेन के सबसे अधिक
आगे की जांच पर सबकी निगाहें
बोइंग और डीजीसीए इस विमान हादसे की जांच कर रहे हैं. फिलहाल, तकनीकी खामी, मानव त्रुटि या मौसम संबंधी कारणों में से किसी एक की पुष्टि नहीं हुई है. बोइंग की भूमिका और उत्पाद विश्वसनीयता पर भी आने वाले दिनों में निगरानी बनी रहेगी, खासकर जब हादसे का संबंध उनके विमानों से है.
इसे भी पढ़ें: 154 साल पहले बना था बीजे मेडिकल कॉलेज, जिसके डॉक्टर्स होस्टल पर गिरा एयर इंडिया का विमान
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.