22.8 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Babu Jagjivan Ram Net Worth: उप-प्रधानमंत्री जगजीवन राम ‘बाबूजी’ अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़कर गए? ऐसी है विरासत

Babu Jagjivan Ram Net Worth: बाबू जगजीवन राम, स्वतंत्र भारत के उप-प्रधानमंत्री और वरिष्ठ राजनीतिज्ञ ने अपनी सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए पहचान बनाई. उन्होंने सामाजिक न्याय, समानता और कमजोर वर्गों की सेवा को ही अपनी असली विरासत बनाया और यह आज भी देश के लिए प्रेरणा है.

Babu Jagjivan Ram Net Worth in Hindi: भारत की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रा सेनानी और भारत के उप-प्रधानमंत्री रहे बाबू जगजीवन राम का शुरुआती जीवन कठिनाइयों भरा था. हालांकि वह अपने दृढ़ संकल्प से सभी चुनौतियों को पार करते हुए आगे बढ़े. उनका जन्म 5 अप्रैल 1908 को और उनका निधन 6 जुलाई 1986 में हुआ था. पूरे जीवन काल में बाबू जगजीवन राम की कितनी संपत्ति रही (Babu Jagjivan Ram Net Worth) और उनकी विरासत के बारे में यहां बताया जा रहा है. 

बाबू जगजीवन राम की कुल संपत्ति (Babu Jagjivan Ram Net Worth)

बाबू जगजीवन राम की कुल संपत्ति को लेकर को ऑफिशियल डेटा सार्वजनिक नहीं किया गया है लेकिन दृष्टि आईएएस और “Jagjivan Ram: A Biography” by S.R. Bakshi के अनुमान के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 1986 के समय में कुछ लाख रुपये होगी. हालांकि आज के समय की बात की जाए तो यह मूल्य 1 या 2 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है. 

यह भी पढ़ें- Sanjiv Goenka Net Worth: लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक संजीव गोयनका के पास कितनी संपत्ति है? भारत के अमीर उद्योगपतियों में हैं शामिल

संपत्ति का स्रोत और करियर (Babu Jagjivan Ram Net Worth)

बाबू जगजीवन राम की आय का मुख्य स्रोत उनकी नौकरी और मंत्रालयों से मिलने वाला वेतन था. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके पास बिहार में पैतृक जमीन और दिल्ली में एक आवास था. इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण (1954) और भारत रत्न (मरणोपरांत) आदि सम्मानों से नवाजा गया लेकिन ये आर्थिक संपत्ति में नहीं गिने जाते. 

बाबू जी ने भारत छोड़ो आंदोलन में भी लिया भाग (Babu Jagjivan Ram)

बाबू जगजीवन राम एक साहसी स्वतंत्रता सेनानी थे. वे 1931 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बने. 934-35 में उन्होंने “अखिल भारतीय शोषित वर्ग लीग” की स्थापना में अहम भूमिका निभाई. बाबूजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया. जगजीवन जी को 1940 और 1942 में जेल भी जाना पड़ा. जेल जाने के बाद भी वे समाज सेवा से पीछे नहीं हटे और वे हमेशा त्याग और बलिदान की भावना से देश के लिए काम करते रहे.

यह भी पढ़ें- Babu Jagjivan Ram Jayanti: बचपन में थीं मुश्किलें…पर ‘बाबूजी’ बने उपप्रधानमंत्री, ऐसे तय किया स्वतंत्रता सेनानी से राजनेता का सफर

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Shubham
Shubham
प्रभात खबर डिजिटल में सीखने की प्रक्रिया जारी है। स्कूल की शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं से लेकर रोजगार तक सभी पहलुओं पर शुभम की अच्छी पकड़ है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए करंट अफेयर्स के अलावा एजुकेशन न्यूज, जॉब वैकेंसी, करियर ऑप्शन, एग्जाम टिप्स और बोर्ड एग्जाम/रिजल्ट से जुड़ी खबरों को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। शुभम को कुल 5 वर्षों का अनुभव है और वह पूर्व में स्टडी अब्राॅड प्लेटफाॅर्म LeverageEdu और दैनिक जागरण (Dainik Jagran) में कंटेंट क्रिएटर/डेवलपर रहे चुके हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel