24.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

बांग्लादेश के खिलाफ भारत की बड़ी कार्रवाई, जूट और फाइबर प्रोडक्ट्स के आयात लगाया प्रतिबंध

Bangladesh Jute Ban: भारत ने बांग्लादेश से जूट और फाइबर उत्पादों के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. यह निर्णय भारतीय जूट उद्योग को हो रहे नुकसान और बांग्लादेश द्वारा दी जा रही सरकारी सब्सिडी के चलते लिया गया है. अब न्हावा शेवा बंदरगाह को छोड़कर अन्य सभी मार्गों से इन उत्पादों का आयात प्रतिबंधित रहेगा. डंपिंग-रोधी शुल्क के बावजूद आयात में गिरावट न आने के कारण यह सख्त कदम उठाया गया है.

Bangladesh Jute Ban: भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए जूट और संबंधित फाइबर उत्पादों के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. यह कदम दोनों पड़ोसियों के बीच सभी प्रकार के संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच उठाया गया है. शनिवार को पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नए प्रतिबंध महाराष्ट्र में न्हावा शेवा बंदरगाह को छोड़कर अन्य सभी जमीनी मार्ग और बंदरगाहों के माध्यम से बांग्लादेश के जूट और उससे संबंधित फाइबर उत्पादों के भारत में आयात पर लागू होंगे.

बांग्लादेशी जूट से भारत को नुकसान

वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने शुक्रवार को एक अधिसूचना जारी कर प्रतिबंध लगा दिए. साफ्टा (दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र) के प्रावधानों के तहत बांग्लादेश से जूट को भारत में शुल्क फ्री पहुंच प्राप्त है. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि भारतीय जूट उद्योग को बांग्लादेश से जूट उत्पादों, विशेष रूप से धागा, फाइबर और बैग के डंप किए गए और सब्सिडी वाले आयात के प्रतिकूल प्रभाव के कारण लंबे समय से नुकसान उठाना पड़ रहा है.

बांग्लादेशी जूट निर्यात पर सरकारी सब्सिडी

सूत्रों ने कहा कि इस बात के विश्वसनीय सबूत हैं कि बांग्लादेशी जूट निर्यात को बांग्लादेश सरकार की ओर से दी जाने वाली राज्य सब्सिडी से लाभ मिल रहा है. उन्होंने बताया कि इन चिंताओं के जवाब में डंपिंग-रोधी और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (डीजीएडी) ने विस्तृत जांच की और जूट तथा बांग्लादेश से आने वाले सामानों पर डंपिंग-रोधी शुल्क (एडीडी) लगाया.

इसे भी पढ़ें: अदाणी पावर के आगे झुका बांग्लादेश, बकाया बिजली बिल में से 38.4 करोड़ डॉलर का किया भुगतान

एडीडी लगाने के बावजूद नहीं घटा आयात

सूत्रों ने कहा कि डीजीएडी की ओर से एडीडी लगाने से आयात में कोई खास कमी नहीं आई है. विभिन्न सब्सिडी के अलावा बांग्लादेशी निर्यातकों की ओर से की जाने वाली सामान्य गड़बड़ियों में तकनीकी छूट के माध्यम से डंपिंग-रोधी शुल्क की अवहेलना, गलत लेबलिंग, एडीडी छूट प्राप्त फर्मों के माध्यम से निर्यात और उच्च सब्सिडी प्राप्त करने के लिए ‘गलत घोषणा’ शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें: जुलाई में बदल जाएगा बैंकों से लेनदेन का तरीका, नियमों में बदलाव से जेब होगी हल्की

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel