27.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

वायदा बाजार में कच्चे तेल का दाम बढ़ा, भारत में डिमांड! तो क्या महंगा होगा पेट्रोल?

Crude Oil Price: वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और भारत में बढ़ती मांग को देखते हुए पेट्रोल की कीमतें महंगी हो सकती हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में क्रूड ऑयल 6,225 रुपये प्रति बैरल पर पहुंच गया. अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2030 तक विश्व की तेल मांग वृद्धि का प्रमुख ड्राइवर होगा. कच्चे तेल की कीमतों, मांग और भविष्य की आपूर्ति उपभोक्ताओं के लिए अहम संकेत हैं.

Crude Oil Price: इजरायल और ईरान में चल रहे भीषण युद्ध के बीच विदेशी बाजारों में मांग बढ़ने से मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर कच्चे तेल के वायदा भाव में तेजी देखने को मिली. जुलाई डिलीवरी वाले क्रूड ऑयल का दाम 54 रुपये की बढ़त के साथ 6,225 रुपये प्रति बैरल पर पहुंच गया. इसमें कुल 8,864 लॉट्स का कारोबार हुआ. विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ती मांग और निवेशकों के सौदों में तेजी के कारण यह उछाल आया है.

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कीमतों में बढ़ोतरी

न्यूयॉर्क में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 0.84% की तेजी के साथ 72.37 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि ब्रेंट क्रूड 0.86% बढ़कर 73.86 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया. इसका सीधा असर भारतीय वायदा बाजार पर भी पड़ा है.

भारत की तेल खपत में जबरदस्त बढ़ोतरी का अनुमान

अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2030 तक वैश्विक तेल मांग वृद्धि का प्रमुख इंजन बन जाएगा. 2024 में भारत की तेल खपत जहां 56.4 लाख बैरल प्रतिदिन (BPD) है, वह 2030 तक 66.6 लाख BPD तक पहुंच सकती है. यानी इसमें 10 लाख BPD की बढ़ोतरी हुई है.

भारत पहले से ही अपनी तेल जरूरतों का 95% आयात के जरिये पूरा करता है. ऐसे में, यह वृद्धि देश की ऊर्जा नीति और कीमतों पर गहरा असर डाल सकती है. IEA के मुताबिक, भारत में औसत वार्षिक मांग वृद्धि दर 2.8% रहेगी, जो विश्व स्तर पर सबसे अधिक है.

तेल कीमतें बढ़ीं तो क्या महंगा होगा पेट्रोल?

वायदा बाजार और अंतरराष्ट्रीय कीमतों में जारी तेजी का असर भारत के खुदरा ईंधन मूल्य पर भी देखने को मिल सकता है. हालांकि, घरेलू पेट्रोल-डीजल की कीमतें सरकार और तेल कंपनियों की रणनीति पर निर्भर करती हैं, लेकिन अगर आयात महंगा होता है, तो इसका बोझ उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है.

अमेरिका और चीन की मांग घटेगी

IEA की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की तेल मांग 2025 में 2.04 करोड़ BPD के शिखर पर होगी, लेकिन 2030 तक यह घटकर 2 करोड़ BPD रह जाएगी. वहीं, चीन की मांग 2027 में 1.69 करोड़ BPD के शिखर पर होगी, जो 2030 तक घटकर 1.66 करोड़ BPD हो सकती है.

आपूर्ति की स्थिति स्थिर रहने की संभावना

IEA का यह भी कहना है कि इस दशक के अंत तक तेल आपूर्ति पर्याप्त बनी रहेगी, जब तक कोई बड़ा भूराजनीतिक व्यवधान न हो. इसका अर्थ यह है कि कीमतों में उतार-चढ़ाव मुख्य रूप से मांग और आर्थिक गतिविधियों पर निर्भर रहेगा.

इसे भी पढ़ें: ग्रेच्युटी क्या है? जानिए इसका हकदार कौन है और कैसे होती है गणना

तेल बाजार का बड़ा खिलाड़ी बनेगा भारत

भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि और बढ़ती ऊर्जा जरूरतें देश को वैश्विक तेल बाजार का महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना रही हैं. वायदा बाजार में उछाल और IEA की रिपोर्ट संकेत देती हैं कि आने वाले वर्षों में कच्चे तेल की वैश्विक मांग का नेतृत्व भारत करेगा. हालांकि, अगर कीमतें इसी तरह बढ़ती रहीं, तो आम जनता को पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है.

इसे भी पढ़ें: आईटीआर फाइलिंग में नियमों की अनदेखी पड़ेगी महंगी, आ सकता है इनकम टैक्स का नोटिस

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel