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पिन और पल्लू ने डॉली जैन की बनाई पहचान, साड़ी ड्रेपिंग टिप्स बताकर करती हैं मोटी कमाई

Success Story: साड़ी ड्रेपिंग आर्टिस्ट डॉली जैन ने पिन और पल्लू को अपनी पहचान बना लिया है. वे 25,000 से 2 लाख रुपये तक एक ड्रेपिंग चार्ज लेती हैं और नीता अंबानी से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक उनकी क्लाइंट लिस्ट में हैं. डॉली सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं और वर्कशॉप्स से भी कमाई करती हैं. 325 से ज्यादा तरीकों से साड़ी पहनाने की कला और 18.5 सेकंड में साड़ी पहनाने का रिकॉर्ड उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाता है.

Success Story: साड़ी हमारे-आपके घर की प्राय: हरेक महिलाएं पहनती हैं. क्या आप इस बात पर भरोसा कर सकते हैं कि कोई महिला पल्लू संवारने और उसमें पिन लगाने के टिप्स बताकर लाखों की कमाई कर सकती है? शायद आप यकीन नहीं करें. लेकिन, देश की मशहूर साड़ी ड्रेपिंग आर्टिस्ट डॉली जैन ने इसे साबित कर दिखाया है. उन्होंने पिन और पल्लू से देश-विदेश में अपनी एक अलग पहचान बनाई और आज उसी कला से लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं. आइए, उनके बादे में जानते हैं.

डॉली जैन ने वैश्विक स्तर पर बनाई पहचान

एबीपी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में पली-बढ़ीं डॉली ने साड़ी ड्रेपिंग को एक प्रोफेशनल करियर में बदलकर लाखों की कमाई करने वाली सेलिब्रिटी ड्रेपर बनने का सफर तय किया है. उन्होंने अपनी अनूठी कला और मेहनत से न केवल देश में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी पहचान बनाई है.

डॉली जैन की कमाई

रिपोर्ट में कहा गया है कि डॉली जैन की कमाई का प्रमुख स्रोत साड़ी ड्रेपिंग सर्विसेज हैं. वे प्रति साड़ी ड्रेपिंग के लिए 25,000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक की फीस लेती हैं, जो क्लाइंट, इवेंट और साड़ी की जटिलता पर निर्भर करता है. उनकी क्लाइंट लिस्ट में नीता अंबानी, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा, कटरीना कैफ, रेखा, माधुरी दीक्षित और अनंत अंबानी की शादी जैसे हाई-प्रोफाइल इवेंट्स शामिल हैं. इसके अलावा, वे बड़े डिजाइनरों जैसे सब्यसाची और मनीष मल्होत्रा के साथ काम करती हैं, जिससे उनकी आय और बढ़ती है.

सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स

डॉली ने सोशल मीडिया का भी प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किया है. उनके इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल पर लाखों फॉलोअर्स हैं, जहां वे साड़ी ड्रेपिंग ट्यूटोरियल्स और टिप्स शेयर करती हैं. इन प्लेटफॉर्म्स से ब्रांड एंडोर्समेंट, स्पॉन्सरशिप और विज्ञापनों के जरिए भी वे अतिरिक्त आय अर्जित करती हैं. इसके अतिरिक्त, वे साड़ी ड्रेपिंग पर वर्कशॉप्स और मास्टरक्लास आयोजित करती हैं, जो उनकी कमाई का एक और स्रोत है.

डॉली जैन के नाम साड़ी ड्रेपिंग के कई रिकॉर्ड

डॉली जैन की हाई-प्रोफाइल क्लाइंट्स, महंगी फीस और सोशल मीडिया से होने वाली आय इस अनुमान को मजबूत करती है. उनकी सफलता का एक हिस्सा उनकी ब्रांड वैल्यू और विश्व रिकॉर्ड्स से भी जुड़ा है. उन्होंने अब तक करीब 325 तरीकों से साड़ी ड्रेप किया है. इतना ही नहीं, उन्होंने सिर्फ 18.5 सेकंड में साड़ी पहनाने का लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाया है.

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कला को बनाया कमाई का जरिया

डॉली जैन ने साड़ी ड्रेपिंग को एक कला के रूप में स्थापित कर इसे आर्थिक रूप से लाभकारी बनाया. उनकी कमाई के स्रोतों में ड्रेपिंग सेवाएं, सोशल मीडिया और वर्कशॉप्स शामिल हैं. वे भारतीय महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो दिखाती हैं कि मेहनत और रचनात्मकता से किसी भी क्षेत्र में सफलता संभव है.

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KumarVishwat Sen
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कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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